सीपीईसी के खिलाफ बलूचिस्‍तान ने चीन और पाक में लगाई आग

सीपीईसीइस्‍लामाबाद। बलूचिस्तान में चीन-पाक इकोनॅामिक कॉरिडोर (सीपीईसी) को लेकर काफी नाराजगी है।  यही वजह है कि बलूचिस्तान मूवमैंट संगठन ने पाक सरकार की ज्यादतियों के खिलाफ प्रदर्शन किया जिसमें महिलाओं और बच्चों ने भी हिस्सा लिया, जिसमें उन्‍होंने दोनों देशों के झंडे जलाए और नारेबाजी की।

जानिए क्‍या है पूरा मामला

बलूचिस्तान क्षेत्रफल के लिहाज से पाकिस्तान का सबसे बड़ा प्रांत है। हालांकि पाक के अन्य प्रांतों के मुकाबले वहां की आबादी कम है। यह राज्य प्राकृतिक संसाधनों से मालामाल है, बावजूद इसके वह सबसे गरीब राज्य है। बलूच लोगों का कहना है कि  पाक सरकार उनका उत्पीड़न कर रही है और उन्हें उनका वाजिब अधिकार नहीं मिल रहा है।

मूवमैंट के सदस्यों ने सी.पी.ई.सी. के खिलाफ प्रदर्शन किया। सी.पी.ई.सी. चीन और पाकिस्तान के बीच आर्थिक कोरिडोर है जिसके तहत चीन के शिनचियांग प्रांच को बलूचिस्तान के ग्वादर बंदरगाह से जोड़ा जाना है।  इनका आरोप है कि बलूचिस्तान में पाक सेना की मदद से चीन का दखल बढ़ता जा रहा है।

प्रदर्शनकारियों ने इस दौरान पाकिस्तान और चीन के झंडे जलाए साथ ही उन्होंने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और राहिल शरीफ का पुतला फूंका। उन्होंने बलूचिस्तान में युद्ध अपराध रोकने के पक्ष में नारेबाजी भी की। प्रदर्शन में भाग लेने वाले बच्चों के हाथ में पोस्टर दिखे जिनमें लिखा था, ‘पाकिस्तान बलूच में अत्याचार करने में व्यस्त है।

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