सीएए के विरोध में बैठी महिलाओं की पुलिस से हुई तीखी झड़प, समझाने के बाद बंद हुआ धरना

रिपोर्ट- अनुज कौशिक/जालौन

नागरिकता कानून को लेकर विरोध प्रदर्शन थमने का नाम नही ले रहा है। जालौन में इस कानून के विरोध में अभी भी लोगों के स्वर फूट रहे हैं। उरई में इस कानून के विरोध में महिलाएं एक मजार पर एकत्रित हुई, जहां वह धरने पर बैठ गई।

हाथों में तख्तियां लिए महिलाएं इस कानून का विरोध कर रहीं थी। वहीं मौके पर पहुंची पुलिस ने महिलाओं को धरना देने से मना किया तो पुलिस व महिलाओं के बीच झड़प भी हो गई। पुलिस ने तीखे अंदाज में समझाबुझाकर धरना बन्द कराया। वही दो लोगो को एहतियात के तौर पर हिरासत में भी लिया।

CAA का विरोध

मामला उरई कोतवाली क्षेत्र के बजरिया इलाके का है। जहां नागरिकता संशोधन बिल के विरोध में वर्ग विशेष की महिलाएं दर्जनों की संख्या में एक मजार पर एकत्रित हुई। जहां सभी महिलाएं हाथों में तख्तियां लिए धरने पर बैठ गईं। मामले की सूचना पर जिला प्रशासन समेत पुलिस महकमें में हड़कम्प मच गया। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने धरना दे रहीं महिलाओं को धरने की परमीशन न होंने का हवाला देते हुए धरना बन्द करने के लिए कहा।

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जिसके बाद पुलिस व महिलाओं में झड़प भी होने लगी। हालांकि पुलिस के सख्त तेवरों के चलते धरना दे रहीं महिलाओं को धरना समाप्त करना पड़ा। वही पुलिस ने एहतियात के तौर पर दो लोगों को हिरासत में भी लिया है। जिससे महिलाएं उग्र हो गई, जिनकी पुलिस से तीखी झड़प हो गई और महिलाओं द्वारा पुलिस वालों के साथ धक्का-मुक्की भी की गई, लेकिन पुलिस ने शांतिपूर्वक तरीके से महिलाओं को समझाया और माहौल को शांत कराया।

बाद में सिटी मजिस्ट्रेट हरीशंकर शुक्ला और सीओ सिटी संतोष कुमार ने ज्ञापन लेकर चल रहे प्रदर्शन को समाप्त कराया। धरना देने वाली महिलाओं का कहना है कि सरकार द्वारा एनआरसी और सीएए कानून को लागू कर दिया जो बिल्कुल हितकर नहीं है। क्योंकि जो देश में वर्षों से रह रहा है, उसे सरकार भागना चाहती है, जबकि यह गैरकानूनी है। अगर सरकार इसे वापस नहीं लेती है तो यह प्रदर्शन लगातार जारी रहेगा।

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