मेरठ: जिंदगी नहीं मौत बाट रहे हैं डुप्लीकेट सिलेंडर

मेरठ| शहर में बन रहे डुप्लीकेट सिलेंडर महानगर के लिए मुसीबत बने हुए हैं। लिसाड़ी गेट थाना ऐसे कारोबार का सबसे केंद्र है। अकेले हुमायूं नगर और जाकिर कालोनी में दो दर्जन से अधिक सिलेंडर बनाने की अवैध फैक्ट्रियां हैं।पहले छोटे सिलेंडर ही बनते थे, जबकि इधर कुछ समय से बड़े सिलेंडर भी धड़ल्ले के साथ बनाए जा रहे हैं।

सिलेंडर के सुरक्षा उपाय

-सिलेंडर लेते समय एक्सपायर तिथि देख लें। यह सिलेंडर पर अंकित होती है।

-डिलीवरी मैन से हमेशा सिलेंडर चेक कराकर ही लें। लीकेज देख लें, वाल्व खराब हो तो तत्काल बदलवा लें।

-सिलेंडर को घर के भीतर की बजाय खुले में रखें।

-सिलेंडर के आसपास ज्वलनशील पदार्थ न रखें।

-खाना बनाने के लिए छोटे सिलेंडरों को प्रयोग न करें।

-जब भी सिलेंडर लीकेज होगा, तभी उसके फटने या आग लगने की संभावना ज्यादा होगी।

-वितरक एजेंसी की गैस सिलेंडरों को लेकर सावधानी बरतनी होती है पर वह बेहद लापरवाह रहती है। अक्सर डिलीवरी मैन सिलेंडरों से गैस निकालते हैं जिससे लीकेज के खतरे और बढ़ जाते हैं।

इस मामले में मेरठ के जिला पूर्ति अधिकारी डीएस राम का कहना है कि गैस एजेंसियों की आकस्मिक जांच करायी जाएगी और लापरवाही मिलने पर कार्रवाई होगी।

प्रस्तुति- आदेश कुमार

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