अमेरिकी नागरिकों को सिख धर्म के प्रति जागरूक करेंगे विज्ञापन

सिख संगठनन्यूयार्क। अमेरिका में सिखों के प्रति बढ़ रहे नफरत के माहौल और सिख समुदाय के लोगों के खिलाफ घृणा अपराधों को देखते हुए एक सिख संगठन ने अमेरिकी लोगों को सिख धर्म के प्रति जागरूक करने के लिए टेलीविजन विज्ञापन अभियान शुरू किया है।

अभियान संयोजकों का कहना है कि 15 लाख डॉलर की लागत से तैयार इन विज्ञापनों में लोगों को सिख धर्म की आस्थाओं, मूल्यों, सहिष्णुता और बराबरी के संदेश के बारे में बताया जाएगा।

शुक्रवार को बैसाखी के अवसर पर शुरू इस विज्ञापन अभियान ‘नेशनल सिख कैंपेन’ (एनएससी) को तैयार करने में अमेरिकी दृष्टिकोण से सिख धर्म पर किए गए अनुसंधानों का सहारा लिया गया है और सिखों को राजनीतिक एवं सांस्कृतिक रूप से अमेरिकी समाज के अभिन्न अंग के रूप में प्रदर्शित करने की कोशिश की गई है।

एनएसएसी के सह-संस्थापक राजवंत सिंह ने आईएएनएस को बताया, “हमें सिखों के खिलाफ हो रहे घृणा अपराधों और भेदभाव से कहीं ऊपर उठकर इसे देखने की जरूरत है।”

उन्होंने कहा, “हमें अपनी ऊर्जा लोगों को यह बताने में लगाने की जरूरत है कि हम कौन हैं और हमारे मूल्य क्या हैं, हमारा धर्म क्या है और हमारी पगड़ी किस चीज को दर्शाती है। पगड़ी को अब आतंकवाद या अमेरिका विरोध का प्रतीक बना दिया गया है।”

अमेरिका में सिखों के खिलाफ बढ़ी भेदभाव की घटनाओं पर कई सिख नेताओं ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और अन्य वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की और उनका भरपूर स्वागत भी किया गया, लेकिन राजवंत का कहना है कि यह महसूस किया जा रहा था कि आम अमेरिकी लोगों तक पहुंचने की जरूरत है, क्योंकि जमीनी स्तर पर अनभिज्ञता के कारण सिखों के खिलाफ घृणा अपराधों में वृद्धि हुई है।

अमेरिका के राष्ट्रीय स्तर के समाचार चैनलों ‘सीएनएन’ और ‘फॉक्स न्यूज’ सहित कई स्थानीय टेलीविजन चैनलों पर ये विज्ञापन प्रसारित किए जा रहे हैं। इन विज्ञापनों में सिखों को अमेरिका के आम नागरिकों की तरह काम पर जाते, देश से प्रेम प्रदर्शित करते और राष्ट्रीय मूल्यों का सम्मान करते दिखाया गया है। इतना ही नहीं अमेरिका के बेहद लोकप्रिय टेलीविजन धारावाहिक ‘गेम ऑफ थ्रोंस’ और बच्चों के चहेते कार्यक्रम ‘स्पॉन्ज बॉब स्क्वेयर पैंट्स’ के प्रति उनके लगाव को भी प्रदर्शित किया गया है।

इन विज्ञापनों को काफी पसंद भी किया जा रहा है।

राजवंत ने बताया, “यह देखकर बहुत अच्छा लग रहा है कि सिखों के अलावा इन विज्ञापनों को भारत के विभिन्न समुदायों के लोग पसंद कर रहे हैं। इस विज्ञापन अभियान को तैयार करने में हमें मदद करने वालों में हिंदू समुदाय का बड़ा योगदान है।”

इन विज्ञापनों के निर्माण के लिए दो ऐड एजेंसियों की मदद ली गई, जिनमें से एक डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रत्याशियों के लिए विज्ञापन बना चुकी है, जबकि दूसरी एजेंसी के पास रिपब्लिकन और कंजर्वेटिव मुद्दों की विशेषज्ञता है।

वाशिंगटन के सुदूरवर्ती इलाके मैरिलैंड में दंत चिकित्सक राजवंत ने बताया कि विज्ञापन तैयार करने से पहले किए गए अध्ययनों में पता चला कि 60 फीसदी अमेरिकी नागरिकों ने सिख धर्म के बारे में सुना भी नहीं है, इसलिए उनकी पहली चुनौती तो उन्हें सिख धर्म के बारे में बताना है।

उन्होंने बताया कि टेलीविजन चैनलों पर प्रसारित करने से पहले इन विज्ञापनों को 700 अमेरिका नागरिकों को परीक्षण के तौर पर दिखाया गया, कि वे उसका सही अर्थ समझ पा रहे हैं या नहीं।

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