सहारनपुर : पीएम मोदी का बड़ा फैसला, 65 साल में रिटायर होंगे डॉक्‍टर

सहारनपुरसहारनपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपनी सरकार के दो साल पूरे होने पर सहारनपुर के दौरे पर हैं। पीएम मोदी ने यहां एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि वह यूपी वाले हैं और यूपी से ही सांसद हैं तो यूपी के लिए उनकी जिम्‍मेदारी और भी ज्‍यादा बढ़ जाती है। पीएम मोदी ने यहां डॉक्‍टरों को एक बड़ा तोहफा दिया है। उन्‍होंने ऐलान किया कि अब डॉक्‍टरों की रिटायरमेंट की उम्र 65 साल होगी।

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सहारनपुर में पीएम की रैली

पीएम ने कहा कि वह आज सहारनपुर में अपने काम का हिसाब देने आए हैं। उन्‍होने कहा कि सरकारें आती हैं और जाती हैं लेकिन उनका काम होता है देश की जनता के सपनों को सच करना और उनकी सरकार हमेशा से ही इस देश के गरीबों के लिए समर्पित रही है। पीएम ने बताया कि उन्‍होंने राज्‍यों को ताकतवर बनाने पर सबसे ज्‍यादा काम किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि क्षमा चाहता हूं कि जनसैलाब के लिए जगह कम पड़ गई, लोग धूप में तप रहे हैं। आप मुझे आशीर्वाद देने आए, यह मेरा सौभाग्य है। दिल से सभी का आभार व्यक्त करता हूं। पीएम ने कहा कि उन्‍होंने लाल किले से कहा था कि प्रधानमंत्री एक व्यवस्था है। प्रधानसेवक उनका दायित्व है और इस रूप में वह सवा सौ करोड़ देशवासियों की सेवा करने का निरंतर प्रयास करते आए हैं।

उन्होंने बताया कि दो साल के हमारे पूरे कार्यकाल को देखेंगे तो एक के बाद एक उन कामों को हाथ में लिया है जो गरीबों को गरीबी के खिलाफ लड़ाई लड़ने की ताकत दे, गरीबी के खिलाफ विजयी होने की ताकत दे, कोई गरीब मां, बाप ये नहीं चाहता है कि उसकी संतान को विरासत में गरीबी मिले। हर मां, बाप चाहता है कि उसकी संतान ऐसी जिंदगी जीने को मजबूर हो जो जिंदगी उन्हें बितानी पड़ी है। उन्‍होंने कहा कि अगले साल आजादी को 70 साल हो जाएंगे। आवश्यकता की पूर्ति को पूरा करने की हमने लगातार कोशिश की। राज्यों को ताकतवर बनाने की कोशिश की। अब राज्य सरकारें भी जनता जनार्दन की भलाई के लिए काम करें।

पीएम मोदी ने कहा कि भारत के खजाने का 65 फीसदी धन दिल्ली सरकार को और 35 फीसदी धन राज्यों को मिलता था। मैं राज्यों की मजबूरी, तकलीफों को जानता था। अब दिल्ली की सरकार के खजाने में 35 फीसदी और 65 फीसदी राज्यों के खजाने में रहेगा, यह निर्णय हमने राज्यों को ताकत देने के लिए किया। नगरपालिका, महानगरपालिका, पंचायत, ग्राम पंचायत हो, सभी को सीधा अधिकतम मात्रा में धन देने का काम हमारी सरकार ने किया। ग्राम पंचायतों को 2 लाख करोड़ रुपये देने की योजना बनाई।

प्रधानमंत्री ने कहा कि देश बदल रहा है, कुछ लोगों का दिमाग नहीं बदल रहा है। जब इस जिम्मेदारी को मैंने संभाला, तब 14 हजार करोड़ रुपये गन्ना किसानों के बकाया थे। ना चीनी मिलों को चिंता थी, न राज्य सरकारों को चिंता थी। गन्ना किसानों को ताकत देने की योजना बनाने की किसी सरकार को चिंता नहीं थी। टुकड़े फेंकते थे और गन्ना किसानों को गुमराह करते थे। स्थाई रूप से समस्या का समाधान का प्रयास नहीं होता था। हमने कोशिश की, गन्ना किसानों को समय से भुगतान मिले। आज मैं कह सकता हूं, बहुत बड़ी मात्रा में बकाया भुगतान का काम अलग अलग योजनाओं के द्वारा कराया। राज्य सरकार से आग्रह करता हूं, शूगर मिलों को चेतावनी देता हूं, इतने साल आपने किसानों के साथ जो किया है, अब आपको नहीं करने दिया जाएगा, सरकार ने ऐसी नीतियां बनाई हैं कि आप ईमानदारी से मिलों को चलाएंगे तो गन्ना किसानों का कोई बकाया नहीं रहेगा।

इससे पहले रैली को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने यूपी की सपा सरकार पर निशाना साधा। राजनाथ ने कहा कि सपा सरकार प्राथमिक जरूरतों का दोहन कर रही है। कांग्रेस सिमटती जा रही है। अब सिर्फ पहाडी क्षेत्र में कांग्रेस बची है। उन्‍होंने कहा कि अब वहां भी नहीं बचेगी, वह किसान के बेटे हैं, किसानों के दर्द को अच्छी तरह समझते हैं।

 

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