फर्जी आयकर अधिकारी का रुतबा दिखाकर करते थे वसूली… दो गिरफ्तार, मुखिया फरार

संभल में फर्जी अधिकारीसंभल। फर्जी आयकर विभाग के अधिकारी बन वसूली करने वाले दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। टीम का मुखिया अपने एक सहयोगी के साथ फरार हो गया। ये लोग संभल में फर्जी अधिकारी बन रौब दिखाकर लोगों को ठगते थे। पकडे गए लोगों से पूछताछ में पता चला कि बुद्धि विहार मुरादाबाद निवासी फर्जी आयकर अधिकारी एसके पाठक और उसके सहयोगी राधेश्याम शर्मा भागे हुए हैं।

संभल में फर्जी अधिकारी

आयकर विभाग की टीम बनाकर वसूली का धंधा करने वाले गिरफ्तार हुए संभल में फर्जी अधिकारी असल में मुरादाबाद के हैं। इनके पास से पुलिस ने उत्तराखंड के नंबर वाली उस बोलेरो गाड़ी को भी बरामद किया है जिस पर आयकर विभाग का स्टीकर चिपका कर वसूली कर रहे थे। लेकिन टीम का सरगना अभी हाथ नहीं आया है।

टांडा पुलिस चौकी के इंचार्ज ने बताया कि पूछताछ में इन लोगों ने खुद को मुरादाबाद जिले के गांव मऊ का निवासी विनोद कुमार पुत्र विजय सिंह और सरताज पुत्र जाकिर निवासी मोहल्ला खदाना मझोला बताया है।

इन लोगों से हुई पूछताछ में फर्जी आयकर अधिकारी के तौर पर मुरादाबाद निवासी एसके पाठक का नाम सामने आया है। फर्जी आयकर अधिकारी के सहयोगी के तौर पर लाकड़ी फाजलपुर निवासी राधेश्याम का नाम पुलिस के सामने आया है। पुलिस इन लोगों के बारे में छानबीन कर रही है।

एसपी बालेंदु भूषण सिंह के मुताबिक़ फर्जी आयकर अधिकारी और उसकी टीम के सभी सदस्यों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई के आदेश कोतवाली पुलिस को दिए हैं। कोतवाली में धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज हो गई है। फर्जी आयकर अधिकारी भागा हुआ है लेकिन दो लोग पकड़े गए हैं। इनसे पूछताछ की जा रही है।

अब तक जो जानकारी सामने आई है उसके अनुसार उसने फर्जी आई कार्ड तैयार करने के बाद वसूली के लिए टीम बनाई थी। ये टीम लोगों को इनकम टैक्स विभाग की कार्रवाई का भय दिखाकर ठगी कर रहे थी।
इसे मोहम्मदपुर टांडा निवासी लकड़ी व्यापारी इरफान पुत्र मोहम्मद अली की सूझबूझ से पकड़ा गया है। इरफान ने बताया कि शाम उसकी दुकान पर एक बोलेरो रुकी। इसमें से तीन व्यक्ति उतरे। जिसमें एक ने खुद को आयकर अधिकारी बताया और कहा कि दुकान का पैनकार्ड कहां है? कितने का सालाना कारोबार है।

आयकर देते हैं या नहीं? जवाब में इरफान ने कहा कि आयकर नहीं देते हैं तो उसने कार्रवाई और पेनाल्टी का भय दिखाकर एक लाख रुपये मांगे। रुपये देने से इनकार किया तो टीम ने नोटिस भेजने की बात कही।

इरफान का कहना है कि उन्हें शक हो गया तो उन्होंने बाइक से टीम का पीछा किया और इसके बाद नरौली में टीम मिली लेकिन यहां इसे पकड़ा नहीं जा सका। पुलिस को खबर दी गई। टांडा पुलिस चौकी ने सड़क पर अवरोध लगा दिए। टांडा चौकी में गाड़ी पकड़ी गई। गाड़ी में दो लोग पकड़े गए हैं।

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