शौचालय के बने टैंक में 4 वर्षीय बच्चे की गिरकर हुई मौत, पुलिस कर रही थी मामला दबाने की कोशिश !

रिपोर्ट – विशाल सिंह

गोंडा : मामला गोण्डा के ओडीएफ (खुले में शौच मुक्त) गांव मलोना का है, पांच दिन पहले एक बच्चे की शौचालय के खुले टैंक में डूबने से मौत हो गई थी | जिस पर पुलिस लीपापोती करती नज़र आ रही है |

संबंधित थाना कर्नलगंज की पुलिस की इस तरह की कारगुजारी की भनक जब जिले के एसपी को लगी तो उन्होंने तुरंत इसकी जांच सीओ को सौपते हुए शामिल पुलिसवालों पर उचित कार्यवाही के आदेश दे दिए है |

आज से पांच दिन पहले मलोना गांव के रहने वाले राम इंदर के चार साल के बेटे की मौत पड़ोसी द्वारा अर्धनिर्मित शौचालय के टैंक में गिरने से हो गई थी |

शौचालय का काम आधा अधूरा था | राम इंदर का पड़ोसी वीराज सरकार द्वारा दिये गए प्रोत्साहन राशि से शौचालय का सिर्फ टैंक बनवाकर उसमें मछली पालन करने लगा |

शौचालय के टैंक का ढक्कन खुला होने के कारण चार साल का मासूम खेलते हुए टैंक में गिर गया और बच्चे की मौत हो गई |

जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई | सूचना पाकर गांव में पहुँची पुलिस ने पड़ताल शुरू की लेकिन दबाव के कारण पुलिस ने इस पूरे मामले में घालमेल का काम शुरू कर दिया |

दबाब के कारण मौके पर पहुँचे दारोगा ने पंचनामा में टैंक की जगह तालाब दिखा दिया | पुलिस का कारनामा तब शुरू हुआ जब पता चला कि मलोना गांव गोण्डा प्रशासन द्वारा ओडीएफ किया जा चुका है |

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लेकिन अभी तक कई शौचालय बने नहीं है या तो अधूरे हैं । स्वच्छ भारत मिशन के तहत दबाव में अधिकारियों ने इस गांव की बिना मॉनिटरिंग किये ओडीएफ घोषित कर दिया |

जिससे कहीं न कहीं जांच में पंचायतीराज विभाग के अधिकारियों की लापरवाही या धांधलीबाजी उजागर हो रही थी और इसी धांधलीबाजी को दबाने के लिए पुलिस पर जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा दबाव बनाया गया |

इस पूरे मामले पर जब डीपीआरओ से मीडिया ने बात करने की कोशिश की तो डीपीआरओ घनश्याम सागर मिलने का समय न कहकर बचते नज़र आए |

वही पुलिस के रवैये की जानकारी जब एसपी को हुई तो उन्होंने इस घटना की जांच सीओ को सौप दी और जांचकर आरोपी दारोगा पर कार्यवाही करने के आदेश दे दिया है।

 

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