शिक्षा व्यवस्था को लेकर छात्र – छात्राओं ने किया आन्दोलन…

रिपोर्ट बलवंत रावत-

टिहरी

उत्तराखण्ड के पहाड़ी जिलों में शिक्षा व्यवस्था का हाल – बेहाल हैं. बतादें की टिहरी गढ़वाल के भिलंगना विकासखंड के घोपड़धार राजकीय इंटर कॉलेज में जिस तरह से पढ़ाई की जा रही है उससे आने वाली बोर्ड की परीक्षा में किस तरह का रिजल्ट इस बात की चिंता शासन को हो या ना हो लेकिन यहां पढ़ने वाले बच्चो को जरूर है.

 

 

सुबह घर से निकलते हुए ये बच्चे अपने बस्ते पर अध्यापक के लिए गुहार लगाते तख्ती,पोस्टर,बैनर लिये स्कूल पहुँचते हैं. इस उम्मीद में कि कहीं रास्ते मे किसी अधिकारी य फिर किसी नेता की नजर पड़े तो उनके स्कूल में अध्यापक की तैनाती हो जाये. आपको ये जानकर हैरानी होगी कि अभी इस स्कूल में लगभग 520 छात्र छात्राएं पढ़ाई कर रहे है जिनके लिए ना फ़िजिक्स ना कैमिस्ट्री ना हिंदी और ना ही अंग्रेजी के टीचर की व्यवस्था है.

 

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वहीं कई संगठनों ने भी इसके लिए शासन और विभाग के लिए लिखा लेकिन अब तक किसी भी अध्यापक की तैनाती नही हो पाई है. अब इन छात्रों के सामने सबसे बड़ी चुनौती ये है कि बोर्ड की परीक्षा आने वाली है लेकिन पढ़ाई करें भी तो कैसे.

बैग पर लगी तख्ती और और सड़कों पर छात्र—छात्राओं का आन्दोलन अब गांव –  गांव पहुंच चुका हैं स्कूली बच्चों ने अब अपने अभिवावकों को आन्दोलन में उतराने का मन बना लिया हैं बच्चे अब अपने परिजनों से यह मांग कर रहे कि सरकार का चैताया जाया ताकि बच्चों का सुनहरा भविष्य बन सके.

शिक्षा विभाग की अनदेखी के कारण राजकीय इंटर  कॉलेज के 520 छात्र छात्राओं का भविष्य भगवान भरोसे है जिसके लिए ये छोटे बच्चे अपने शिक्षा के हक को पाने के लिए आंदोलनरत  हैं ताकि इनको भी बेहतर पढ़ाई करने का मौका मिल सके. सरकार इस इंटर कॉलेज पर जल्द ध्यान दे तो कई छात्रों का भविष्य बेहतर होगा.

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