शामली में दारोगा के निलंबन पर भड़के पुलिसकर्मी, हड़ताल की चेतावनी

download (15)लखनऊ। शामली जिले में कल रात कोतवाली में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं के बवाल तथा दारोगा को जान से मारने की धमकी देने का मामला गरमा गया है। इसके बाद दारोगा के निलंबल ने आग में घी का काम किया है। शामली में पुलिसकर्मी इसके विरोध में हड़ताल पर जाने का मन बना रहे हैं।
शामली में कल रात कोतवाली में हुए सपाइयों के बवाल और सपा प्रत्याशी मनीष चौहान के दारोगा को जान से मारने की धमकी देने के विरोध में पुलिसकर्मियों में जबरदस्त आक्रोश है। आज सुबह पुलिसकर्मियों ने दारोगा को निलंबित करने का विरोध करते हुए काम न करने की चेतावनी दे डाली। इसमें अधिकांश जाट पुलिसकर्मी शामिल हैं। अभी निलंबित दारोगा को बहाल नहीं किया गया है, लेकिन आला अधिकारियों ने उचित कार्रवाई का आश्वासन देकर पुलिसकर्मियों को शांत किया।
कल रात शामली में एक पक्ष की सिफारिश को पहुंचे पूर्व चेयरमैन व सपा प्रत्याशी मनीष चौहान कोतवाल से मिले। कोतवाल ने इस मामले के जांच अधिकारी दारोगा दिनेश कुमार से बात करने को कहा। समर्थकों के साथ मनीष चौहान दारोगा से मिले तो उनका आरोप है कि दारोगा ने उनसे अभद्रता करते हुए उनपर सरकारी पिस्टल तान दी। दारोगा दिनेश कुमार का आरोप है कि मनीष ने उनके साथ अभद्रता करते हुए गाली गलौज की।
मनीष की शिकायत पर पुलिस अधीक्षक विजय भूषण ने रात में ही दारोगा दिनेश कुमार को निलंबित कर दिया। सुबह इस मामले की जानकारी जब अन्य पुलिसकर्मियों को हुई तो उनमें रोष फैल गया और वे कोतवाली पहुंच गए। इनमें अधिकांश जाट पुलिसकर्मी थे। पुलिसकर्मी कोतवाली परिसर में धरने पर बैठ गये। यह सब दारोगा का निलंबन वापस न लेने पर हथियार बंद हड़ताल की चेतावनी दी। इसका पता चलते ही अधिकारियों के हाथ पांव फूल गये। पुलिस अधीक्षक विजय भूषण मौके पर पहुंचे और इस मामले उचित कार्रवाई का आश्वासन देकर पुलिसकर्मियों को शांत किया।
निलंबित दारोगा दिनेश कुमार की ओर से भी मनीष चौहान के खिलाफ तहरीर दे दी गई है। सत्ता के दबाव में यहां दारोगा के निलंबन को लेकर अंदर ही पुलिसकर्मियों में रोष बरकरार है। एसपी विजय भूषण ने इस मामले में सब सामान्य बताते हुए उचित कार्रवाई की बात कही। हड़ताल की चेतावनी व धरने की बात से उन्होंने इंकार किया है।

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