घरवालों ने ही मार लिया शहीद की पत्नी का हक़

शहीद की पत्नीबस्ती| परशुरामपुर थाना क्षेत्र के दुफेड़ी गांव निवासी शहीद रमेश चन्द्र मिश्रा की पत्नी कुसुम मिश्रा ने थाने में शिकायती पत्र देकर ससुरालियों पर मारपीट और घर से निकालने का आरोप लगाया है| शहीद की पत्नी ने अपने इस शिकायती पत्र में इससे तंग आकर अपनी बेटी सहित आत्महत्या करने की बात कही है|

शहीद की पत्नी का दर्द

अपने पत्र में पीड़िता ने लिखा है, ‘मेरे पति आर्मी में थे जिनकी मौत जनवरी 2013 में ड्यूटी के दौरान एक बारूदी सुरंग फटने से हुई थी| मौत के बाद जो भी धन मिला उसे ससुरालियों ने जबरन ले लिया। जब मैंने पैसे की मांग की तो मुझे मारा पीटा जाने लगा’।

पीड़िता ने लिखा है कि, ‘जब मैंने जमीन की खतौनी निकलवाई तो पता चला कि मेरे ससुर ने मेरी बेटी के हिस्से की जमीन को मेरे पति के बड़े भाई को दे दिया है’।

गृहमंत्री ने भुलाया

पीड़िता का कहना है कि पति की मौत को साढ़े तीन वर्ष बीत चुके हैं लेकिन अभी तक न तो किसी सरकारी सेवा में नियोजन मिल सका और न ही अन्य आर्थिक मदद। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी आश्वासन दिया था कि मै प्रयास करके नौकरी दिलाउंगा, लेकिन नौकरी तो दूर है रहने को एक घर तक नहीं है|

मुख्यमंत्री ने दिया सिर्फ आश्वासन

दो बार मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिल चुकी हूं लेकिन सिर्फ आश्वासन ही मिला, मै इतनी मजबूर हो चुकी हूं कि अब मेरे पास अब अपनी बेटी सहित आत्महत्या करने के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचा है|

क्या कहती है पुलिस

पुलिस का कहना है कि मामले की शिकायत मिली है। हल्के के उपनिरीक्षक को जांच सौंपी गई है। मामला सही पाए जाने पर मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही की जाएगी।

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