‘शनि देवता नहीं, ग्रह इनकी छाया से महिलाएं रहें दूर’

एजेन्सी/  swami-1459999675ज्योतिष एवं द्वारिका पीठाधीश्वर जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा है कि शनि देवता नहीं, ग्रह हैं। इनकी छाया से महिलाओं को दूर रहना चाहिए। उनकी यह टिप्पणी महाराष्ट्र के शनि शिंगणापुर मंदिर में महिलाओं को प्रवेश न दिए जाने को लेकर मच रहे घमासान के बीच महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने पत्रकारों से बातचीत में लगातार बढ़ते शनि मंदिरों पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि शनि से ज्यादा बजरंग बली हनुमान की उपासना करनी चाहिए क्योंकि वे शनि के दुष्प्रभाव से बचाते हैं। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म में नारी को सबसे अधिक सम्मान दिया गया है। अधिकतर देव मंदिरों में महिलाएं ही सबसे अधिक होती हैं। ऐसे में शनि ग्रह के पास महिलाओं के पहुंचने को लेकर ज्यादा शोरशराबा ठीक नहीं है।

स्वामी स्वरूपानन्द ने कहा कि इंटरनेट के जरिये होने वाली शादियां कम सफल हो रही हैं। युवक या युवती के परिवार, व्यवहार को जाने बिना होने वाले ऐसे विवाह दो तीन साल में ही टूट रहे हैं। सामाजिक व्यवस्था के लिए यह चिंता का विषय है। इससे बचना चाहिए।

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