शनिवार को करेंगे ये उपाय तो सुख में बदल जाएंगे दुख

शनिवार हर किसी को अपने जीवन में किसी न किसी तरह बडी समस्याओं का सामना करना पडता है कुछ समस्याएं ऐसी होती है जो अधिक समय तक रहती है जिसके कारण आप अशांत और सुकून भरी जिंदगी चाहने के लिए अपनी जिंदगी आपको बोझिल लगने लगती है। इन समस्याओं से आपको निजात भगवान हनुमान और शनि देव दिला सकते है क्योंकि इनकी साधना अति सरल एवं सुगम है चूंकि वह बाल ब्रह्मचारी थे इसलिए इनकी साधनाओं में ब्रह्मचारी व्रत अवश्य लेना चाहिए। साथ ही शनिवार को शनिदेव की पूजा करना बहुत ही आसान है।

शनिवार को करें ये उपाय

अगर आपकी राशि में शनि की साढ़ेसाती या ढय्या चल रही है तो शनि को प्रसन्न करने के लिए ज्योतिष शास्‍त्र में ऐसे कई उपाय बताए गए हैं। जिनको करने से आपको इस समस्या से निजात मिल जाता है। सा़ढे सती शनि देव के कारण होता है। जिसके कारण इसका उपाय केवल शनिवार के दिन ही किए जाते है, क्योंकि यह शनिदेव का खास दिन माना जाता है। इस दिन जो भी व्यक्ति शनि को प्रसन्न के लिए पूजन करता है उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं।

अगर आपकी राशि में भी साढेसाती या ढय्या है तो इन उपायों के द्वारा आप इस समस्या से निजात पा सकते है साथ ही शनि देव की कृपा आप पर बनी रहती है। जानिए इन उपायों के बारें में।

शनि के बुरे प्रभाव को दूर करने के लिए काली चीजें जैसे काले चने, काले तिल, उड़द की दाल, काले कपड़े आदि का दान किसी गरीब और जरूरतमंद व्यक्ति को करें। इसके साथ ही शनि देव के निमित्त हर शनिवार को विशेष पूजन करें।

शनिवार शनिदेव का खास दिन है और इस दिन जो भी व्यक्ति शनि को प्रसन्न के लिए पूजन करता है उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं।

शनि की साढ़ेसाती और ढय्या या अन्य कोई शनि दोष हो तो हर शनिवार को किसी भी पीपल के वृक्ष को दोनों हाथों से स्पर्श करें। स्पर्श करने के साथ ही पीपल की सात परिक्रमाएं करें। परिक्रमा करते समय शनिदेव का ध्यान करना चाहिए। किसी शनि मंत्र (ऊँ शंशनैश्चराय नम:) का जप करें या ऊँ नम: शिवाय का जप करें।

शास्त्रों के अनुसार शनिदेव सूर्य पुत्र हैं और वे अपने पिता सूर्य को शत्रु भी मानते हैं। शनि देव का रंग काला है और उन्हें नीले तथा काले वस्त्र आदि विशेष प्रिय हैं। ज्योतिष में शनि देव को न्यायाधीश बताया गया है। व्यक्ति के सभी कर्मों के अच्छे-बुरे फल शनि महाराज ही प्रदान करते हैं। साढ़ेसाती और ढय्या के समय में शनि व्यक्ति को उसके कर्मों का फल प्रदान करते हैं।

शनि को मनाने का एक और सबसे अच्छा उपाय है कि हर मंगलवार और शनिवार को हनुमान चालीसा का पाठ करें। हनुमानजी के दर्शन और उनकी भक्ति करने से शनि के सभी दोष समाप्त हो जाते हैं। शास्त्रों के अनुसार शनि किसी भी परिस्थिति में हनुमानजी के भक्तों को परेशान नहीं करते हैं।

इन उपायों के साथ ही हर सप्ताह में केवल एक ही दिन शनिवार को शनिदेव के निमित्त तेल का दान करना चाहिए। तेल का दान करने से पहले व्यक्ति को एक कटोरी में तेल लेकर उसमें अपना चेहरा देखना चाहिए। इसके बाद तेल का दान कर देना चाहिए। इस उपाय से भी शनि के दोष समाप्त हो जाते हैं।

शनि के बुरे फल को दूर करने के लिए काली चीजें जैसे काले चने, काले तिल, उड़द की दाल, काले कपड़े आदि का दान किसी गरीब और जरूरतमंद व्यक्ति को करें। इसके साथ ही शनि देव के निमित्त हर शनिवार को विशेष पूजन करें।
शनि को प्रसन्न करने के लिए बताए गए खास उपायों में से एक उपाय है किसी कुत्ते को तेल चुपड़ी हुई रोटी खिलाना। अधिकतर लोग प्रतिदिन कुत्ते को रोटी तो खिलाते ही हैं ऐसे में यदि रोटी पर तेल लगाकर कुत्ते को खिलाई जाए तो शनि के दोषों से मुक्ति मिलती है। ऐसा माना जाता है कि कुत्ता शनिदेव का वाहन है और जो लोग कुत्ते को खाना खिलाते हैं उनसे अति प्रसन्न होते हैं।

शनि महाराज की प्रसन्नता के बाद व्यक्ति को परेशानियों के कष्ट से मुक्ति मिल जाती है। साढ़ेसाती हो या ढय्या या कुंडली का अन्य कोई दोष इस उपाय से निश्चित ही लाभ होता है। कुत्ते को तेल चुपड़ी रोटी खिलाने से शनि के साथ ही राहु-केतु से संबंधित दोषों का भी निवारण हो जाता है। राहु-केतु के योग कालसर्प योग से पीडि़त व्यक्तियों को यह उपाय लाभ पहुंचाता है।

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