वोट के लिए प्रत्याशी ने बांटे 2-2 हजार के कूपन, मतदान के बाद दुकान पर जो हुआ वह था देखने लायक

अमूमन यह देखने को मिलता है कि नेता जी चुनाव के दौरान बड़े-बड़े वादे करते हैं और नतीजे घोषित होने के साथ ही उन्हें भूल जाते हैं। लेकिन तमिलनाडू के तंजावुर जिल में एक नेताजी अपने वादे इतनी जल्दी भूल गए कि मतदाताओं को सोचने तक का वक्त नहीं मिला। दरअसल प्रत्याशी ने कहा था कि यदि उसे वोट दिया जाता है तो वह 2-2 हजार रुपए देगा। इसी के चलते उसने वोटिंग से पहले 2-2 हजार रुपए के कूपन बांट दिए। मतदान खत्म होने के बाद जब वोटर्स कूपन लेकर उन्हें कैश करवाने पहुंचे तो उन्हें जोरदार झटका लगा।

प्राप्त जानकारी के अनुसार तंजावुर जिले के कुंभकोणम कस्बे में बुधवार 7 अप्रैल की सुबह एक किराना दुकान के बाहर तकरीबन 200 लोगों की लाईन लगी थी। बता दें कि राज्य में 6 अप्रैल को विधानसभा चुनाव का मतदान हुए था। जहां स्थानीय लोगों को 2-2 हजार रुपए के कूपन बांटे गए थे। इसी के साथ कहा गया था कि मतदान के अगले दिन किराना दुकान पर कैश करवा लेना। दुकानदार ने सुबह ही जब 200 लोगों की लाइन दुकान के बाहर देखी तो पहले तो उसकी खुशी का ठिकाना न रहा। लेकिन जब उसे मामले का पता चला तो उसके होश उड़ गए। जिसके बाद शेख मोहम्मद ने पूरे मामले में पल्ला झाड़ा और कहा कि वह प्रत्याशी को जानता तक नहीं।

दुकानदार का इंकार सुन सभी हंगामा करने लगे। जिसके बाद गुस्साई भीड़ पर काबू पाने के लिए पुलिस को बुलाना पड़ा। इसके बाद शेख मोहम्मद ने अपनी दुकान के बाहर पोस्टर लगा दिए जिन पर लिखा का था कि इसका कूपन को जारी करने वाले उम्मीदवार से कोई संबंध नहीं है। इसी के साथ किसी भी तरह के कूपन से उसकी कोई जिम्मेदारी नहीं है।
पुलिस पड़ताल में सामने आया कि अम्मा मक्कल मुनेत्र कगझम उम्मीदवार कनागराज ने यह कूपन बांटे थे। इसी के बाद कुंभकोणम पूर्व पुलिस थाने में कनागराज के खिलाफ शिकायत दर्ज की गयी।

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