विजय माल्या का नया पैंतरा- वापसी के लिए सरकार के सामने रखी शर्तें

विजय माल्यानयी दिल्ली: लगभग 9 हजार करोड़ का बैंक कर्ज चुकाए बिना देश छोड़कर गये कारोबारी विजय माल्या अब भारत लौटना चाहते हैं। बैंकों की रकम न लौटने के चलते माल्या डिफॉल्टर घोषित हो चुके हैं। लेकिन विजय माल्या अब भारत लौटना चाहते हैं और उन्होंने सरकार के सामने अपनी शर्तें रख दी हैं।

विजय माल्या की शर्तें

लोन चुकाने को लेकर बिजनेस मैन विजय माल्या पर लगातार दबाव बढ़ रहा है। शायद इसीलिए माल्या अब शर्तों के साथ ही सही भारत को रुख करना चाह रहे हैं।

माल्या ने जो शर्तें रखी हैं उनमें सुरक्षा और आजादी शामिल है। माल्या का कहना है कि इसके लिए उन्हें सुरक्षा और आजादी का भरोसा मिले, माल्या ने बताया कि उन्होने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया को नया सेटलमेंट ऑफर दिया है। इसके साथ ही उम्मीद जताई है कि मामला तेजी से आगे बढ़ेगा और सब सही हो जाएगा।

यूनाइटेड ब्रुवरीज लिमिटेड की बोर्ड मीटिंग में शामिल डायरेक्टर्स ने यह जानकारी दी। विजय माल्या वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस बोर्ड के बैठक की अध्यक्षता की।

प्रवर्तन निदेशालय कारोबारी विजय माल्या को बिट्रेन से गिरफ्तार कर देश लाना चाहता है। इस बोर्ड की बैठक में शामिल डायरेक्टरों ने जानकारी दी कि स्ट्रैटेजिक पार्टनर हेनकेन का पूरा सपोर्ट यूबीएल के चेयरमैन को है।

इस बैठक में शामिल किरण मजूमदार शॉ ने बताया कि विजय माल्या ने भरोसा दिलाया कि वो बैंकों के साथ गंभीरता से बातचीत कर रहे हैं, और जितना जल्दी होगा वो सारे लोन चुका देंगे। माल्या ने कहा कि वो देश लौटना चाहते है लेकिन उन्हें उनकी सुरक्षा और आजादी को लेकर भरोसा दिया जाए, वो देश लौटने के लिए तैयार हैं।

गौरतलब है कि, देश के बैंकों से करीब 9000 करोड़ रुपये कर्ज चुकाए बिना भारत छोड़कर जा चुके हैं। वह करीब दो महीने से शराब कारोबारी बिट्रेन में बैठे हुए है। उन्हें प्रवर्तन निदेशालय और भारतीय बैंक बार-बार नोटिस पर नोटिस भेज रहे है।

 

LIVE TV