वास्तु शास्त्र के अनुसार जान ले मोमबत्ती का ये… खास महत्व

वास्तु शास्त्र में मोमबत्ती का बहुत खास महत्व होता है. आजकल बाजार में कई तरह की अलग-अलग डिजाइन वाली मोमबत्तियां देखने को मिलती हैं. घर में अलग-अलग स्टाइल में लगी अलग-अलग रंगों की मोमबत्तियां बहुत ही सुंदर लगती हैं. आज के समय में लोग घर को सजाने के लिए भी मोमबत्तियों का इस्तेमाल करते हैं. ये न सिर्फ घर में रोशनी करती हैं बल्कि घर के माहौल में चार चांद लगा देती हैं और उसे खुशनुमा बना देती हैं. कई तरह की खुशबू वाली मोमबत्तियां भी घर को पॉजिटिविटी से भरने के लिए सजाई जाती हैं.

अग्नि की दिशा दक्षिण होती है
कैंडिल्स लगाने से घर में एनर्जी का संतुलन बना रहता है. ये नेगेटिव एनर्जी को दूर करके उसे पॉजिटिव एनर्जी में बदल देते हैं. कहते हैं कैंडिल्स से निकलने वाली एनर्जी नेगेटिव एनर्जी को काट देती है जिससे पॉजिटिव एनर्जी अपने आप ही बढ़ जाती है. हालांकि मोमबत्ती लगाने के लिए जगह का चुनाव करते समय विशेष ध्यान रखना चाहिए. वास्तु के अनुसार अग्नि की दिशा दक्षिण होती है. इसलिए घर में मोमबत्ती लगाने के लिए आपको दक्षिण दिशा का ही चुनाव करना चाहिए. दिशाओं के अनुसार रंग चयन करके कैंडल्स लगाने से उस दिशा के शुभ फल प्राप्त होते हैं.

मान्यता है कि पूर्व दिशा में हरे रंग की कैंडिल्स लगानी चाहिए, इससे जीवन की गति बनी रहती है और तरक्की के रास्ते खुलते हैं. इसके अलावा पश्चिम दिशा में सफेद रंग की कैंडिल्स और उत्तर दिशा में काले रंग की कैंडिल्स लगाना अच्छा माना जाता है. वायव्य कोण यानी उत्तर-पश्चिम दिशा के कोने में सफेद रंग की कैंडिल्स नैऋत्य कोण यानी दक्षिण-पश्चिम दिशा में पीले रंग की कैंडिल्स, ईशान कोण यानी उत्तर-पूर्व दिशा में सफेद रंग की कैंडिल्स लगानी चाहिए. वहीं आग्नेय कोण यानी दक्षिण-पूर्व दिशा के कोने में हरे रंग की कैंडिल्स जलाना शुभ माना जाता है. 

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