वापस काम पर जा रहे हैं प्रयागराज से रोजाना मुंबई, पुणे और बेंगलुरू की फ्लाइट से सैकड़ों कामगार

जौनपुर के फूलपुर गांव निवासी संदीप कुमार पुत्र मिश्रीलाल पुणे के निकट भोसरी शहर की एक निजी कंपनी में काम करते हैं। उन्होंने कभी सोचा नहीं था कि विमान से यात्रा करेंगे। लेकिन, कोरोना ने उन्हें यह अवसर उपलब्ध करा दिया।

लॉकडाउन में घर लौटे संदीप को उनकी कंपनी ने विमान का टिकट दिया। वह बुधवार को प्रयागराज से पुणे गए। इसी तरह जौनपुर के ही करण सिंह पुत्र अल्पनाथ भी कंपनी प्रबंधन की ओर से दिए गए टिकट पर विमान से पुणे गए। प्रयागराज से रोजाना मुंबई, पुणे और बेंगलुरू की फ्लाइट से सैकड़ों कामगार वापस काम पर जा रहे हैं।

अनलॉक में शुरू हुए उदयोग धंधे तो कंपनियां बुला रही कामगारों को

कोरोना के चलते पिछले पांच महीने से उद्योग धंधे ठप थे। काम बंद हो जाने पर अप्रैल, मई में कामगार घर लौट आए। अब व्यवस्था अनलॉक हुई तो उद्योग फिर शुरू हुए। लेकिन, दिल्ली, मुंबई, पुणे, बेंगलुरू, सूरत आदि शहरों में उद्योगों का पहिया चलाने वाले अधिकतर कामगार पूर्वांचल के कई शहरों के थे, इसलिए उनकी जरूरत वहां फिर महसूस हुई। बिना उनके उद्योग रफ्तार नहीं पकड़ पा रहे हैं। ऐसे में अब उनके फैक्ट्री मालिक उन्हें बुला रहे हैं लेकिन, जाने के साधन कम होने से दिक्कतें हैैं।

कंपनी ने मोबाइल पर भेजा विमान का टिकट

ऐसे मेें कई उद्यमी कामगारों को विमान से बुला रहे हैैं। वह उन्हें विमान का टिकट बुक कराकर उनके मोबाइल पर डिटेल भेज दिए हैं। टिकट पाने पर कामगारों ने ड्यूटी पर जाने के लिए उड़ान भरनी शुरू कर दी है। एक पखवाड़े से यह सिलसिला चल रहा है। विमान में जब कामगारों की भीड़ बढ़ी तो टिकट का दाम दोगुना और तीन गुना हो गया है। प्रयागराज से दिल्ली, मुंबई, पुणे और बेंगलुरू के लिए रोजाना फ्लाइट है। इन शहरों के लिए इंडिगो का 180 सीटर विमान औसतन फुल जा रहा है। विमान से जाने वाले यात्री प्रयागराज के आसपास के जिलों के अलावा गोरखपुर से भी आ रहे हैं। खासकर बेंगलुरू जाने वाले कई यात्री गोरखपुर और आसपास के जिलों के हैं। वह पहले गोरखपुर के विमान से प्रयागराज आते हैैं, फिर यहां से बेंगलुरू जाते हैं।

हवाई चप्पल वाले कर रहे हवाई यात्रा

हवाई चप्पल पहनकर कामगारों को विमान से सफर करते देख कई आश्चर्यचकित हैं। भले उन्हें उनकी कंपनी ने ही दिया, लेकिन टिकट तो है, सो वह उड़ान भर रहे हैैं।

LIVE TV