उपभोक्ताओं को ‘बिगाड़’ कर बाजार को सुधारेगा जीएसटी : डब्ल्यूजीसी

वस्तु एवं सेवा करनई दिल्ली| वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) परिषद ने सोना को 3 फीसदी कर के वर्ग में रखा है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (डब्ल्यूजीसी) ने इसे बाजार को ‘बिगाड़ने’ वाला बताया है और कहा है कि इससे आनेवाले दिनों में उपभोक्ताओं के व्यवहार में बदलाव होगा जो कि नकारात्मक भी हो सकता है। हालांकि इसका कुल असर सकारात्मक होगा।

वस्तु एवं सेवा कर पर डब्ल्यूजीसी का रुख

डब्ल्यूजीसी ने यहां गुरुवार को एक रिपोर्ट में कहा, “जीएसटी के कारण हम उपभोक्ता व्यवहार में बदलाव देखेंगे। 26 साल के हमारे आंकड़ों के विश्लेषण से पता चला है कि करों की उंची दर उपभोक्ताओं को रोकने का काम करते हैं। इसलिए उपभोक्ताओं के फायदे के लिए इसमे बदलाव होना चाहिए।”

‘जीएसटी का भारत के स्वर्ण बाजार पर असर’ शीर्षक रिपोर्ट में कहा गया कि सोने के उपभोक्ताओं को कर की थोड़ी ऊंची दरों का सामना करना पड़ेगा, हालांकि उद्योग के इसके समायोजन में थोड़ा समय लगेगा।

इसमें कहा गया, “हमारा मानना है कि अल्प समय में जीएसटी बाजार बिगाड़नेवाला होगा, लेकिन उद्योग धीरे-धीरे समायोजित हो जाएगी। इंटर स्टेट गोल्ड स्टॉक के हस्तांतरण के कारण विनिर्माताओं और खुदरा बिक्रेताओं की कार्यशील पूंजी थोड़े समय के लिए बंध जाएगी।”

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