लाइव टुडे स्पेशल : हे प्रभु! आपने लातूर वालों को ठग लिया
नई दिल्ली। प्यास से तड़पते लातूर के लिए वाटर ट्रेन भेजने वाली रेलवे ने पहले अपनी पीठ थपथपाई। लेकिन अब चालाकी दिखाते हुए लातूर जिला प्रशासन को चार करोड़ रुपए का बिल थमा दिया है। 25 लाख लीटर पानी के बदले चार करोड़ रुपए का बिल। बात हजम नहीं होती।
यह भी पढ़ें : आखिरकार ‘प्रभु’ को आई समझ, लातूर को नहीं चुकाने होंगे चार करोड़
लातूर की प्यास
इस लिहाज से एक लीटर पानी की कीमत 16 रुपए हुई। इस 16 रुपए में ट्रेन के वैगन से लातूर के लोगों तक साफ पानी पहुंचाने की लागत शामिल नहीं है। लाइव टुडे टीम की पड़ताल में यह बात सामने आई है कि लातूूर जिला प्रशासन ने अपने दम पर वाटर ट्रेन का पानी साफ भी किया। यानी इसका खर्च भी जिला प्रशासन ने उठाया।
लातूर डीएम ऑफिस के नंबर 02382224001 पर हुई बातचीत के मुताबिक पानी साफ करने और लोगों तक पहुंचाने के बाद कुल लागत और बढ़ गई। हैरत यह कि रेलवे का शुद्ध पानी ‘रेल नीर’ भी इससे सस्ता है। इसकी कीमत 15 रुपए प्रति लीटर है। कुल मिलाकर मध्य रेलवे की वाटर ट्रेन की हर बूंद मिनरल वॉटर से भी महंगी है।
यह भी पढ़ें : रेलवे ने मांगा लातूर की प्यास बुझाने का बिल
मिनरल वाटर की कीमत
एक्वाफिना – 20 रुपए प्रति लीटर
किनले – 20 रुपए प्रति लीटर
बिसलेरी – 20 रुपए प्रति लीटर
दुनिया में पानी
- पृथ्वी का 71 प्रतिशत हिस्सा पानी से ढका हुआ है।
- 1.6 प्रतिशत पानी ज़मीन के नीचे है और 0.001 प्रतिशत वाष्प और बादलों के रूप में है।
- पृथ्वी की सतह पर जो पानी है उसमें से 97 प्रतिशत सागरों और महासागरों में है जो नमकीन है और पीने के काम नहीं आ सकता।
- केवल तीन प्रतिशत पानी पीने योग्य है, जिसमें से 2.4 प्रतिशत ग्लेशियरों और उत्तरी और दक्षिणी ध्रुव में जमा हुआ है।
- केवल 0.6 प्रतिशत पानी नदियों, झीलों और तालाबों में है, जिसे इस्तेमाल किया जा सकता है।
- एक अनुमान के अनुसार पृथ्वी पर कुल 32 करोड़ 60 लाख खरब गैलन पानी है।
पानी इंसान की जरूरत
- वयस्कों के शरीर में औसतन 35 से 40 लीटर पानी हमेशा बना रहता है।
- एक वयस्क पुरुष के शरीर में पानी उसके शरीर के कुल भार का लगभग 65 से 70 प्रतिशत पानी होता है
- इसी तरह एक वयस्क स्त्री शरीर में उसके शरीर के कुल भार का लगभग 52 प्रतिशत तक पानी होता है।
- पानी हमारे घुटनों, कलाई और सभी अंतरंग भागों की चिकनाई के साथ-साथ जोड़ों को स्वुस्थ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- पानी से शरीर के टॉक्सिन बाहर निकलते हैं। यह पूरी बॉडी में न्यूट्रिशन को पहुंचाने का काम भी करता है।
- स्तनपान कराने वाली महिलाओं को दिन में जूस व अन्य पेय पदार्थों के साथ कम से कम 13 गिलास पानी पीने की सलाह दी जाती है।
- फीड कराने से पहले एक गिलास पानी पीना काफी लाभदायक होता है, यह फीडिंग के दौरान हुई फ्लूड की कमी को भरता है।
- हमारे मांसपेशियों का 80 प्रतिशत भाग पानी से बना हुआ है। इसीलिए पानी कम पीने से मांसपेशियों में ऐंठन होने लगती है।