अभी-अभी : बिहार में होगा महागठबंधन का अंत, काम कर गई पीएम मोदी की प्लानिंग, नीतीश ने किया…

राष्ट्रपति चुनावपटना। राष्ट्रपति चुनाव को लेकर जिस दिन से नीतीश ने रामनाथ कोविंद का समर्थन करने का ऐलान किया है तब से ही बिहार में काबिज महागठबंधन के लिए मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं। दरअसल नीतीश के राम नाथ कोविंद को समर्थन करने के बाद जेडीयू और कांग्रेस के बीच की खाई बढ़ती ही जा रही है। इस मामले पर जेडीयू के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद केसी त्‍यागी ने आरजेडी के साथ गठबंधन तोड़ने की तरफ इशारा भी कर दिया है।

त्यागी का कहना है कि हम बीजेपी के साथ ही ज्यादा सहज थे। जेडीयू नेता ने कहा कि बिहार में गठबंधन के नेताओं के द्वारा लगातार जारी बयानबाजी के बीच पांच साल तक सरकार चलाना मुश्किल है। जेडीयू नेता ने कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद के बयान पर भी नाराजगी जाहिर की है। केसी त्‍यागी ने कहा है कि ‘कांग्रेस गांधी और नेहरू का ही सपना पूरा नहीं कर पाई और हम यूपीए में नहीं हैं। हम एनडीए से भी बाहर हैं। हमें दूसरी पार्टियां सुझाव ना दें।’

ज्ञात हो कि आगामी राष्ट्रपति चुनाव में जेडीयू ने एनडीए के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को समर्थन देने का ऐलान किया है। जिस पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने टिप्पणी करते हुए कहा था कि बिहार की बेटी की हार पर सबसे पहला निर्णय सीएम नीतीश कुमार ने लिया है। वहीं नीतीश कुमार राष्ट्रपति चुनाव के उम्मीदवार को लेकर पहले ही अपना रुख साफ कर चुके हैं उन्होंने विपक्षियों द्वारा मीरा कुमार को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाए जाने के फैसले कहा था कि क्या बिहार की बेटी को हारने के लिए चुना गया है?

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