राष्ट्रपति के पहले संबोधन पर भड़के कांग्रेसी, कहा…
नई दिल्ली। रामनाथ कोविंद ने मंगलवार को देश के 14वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेकर संविधान की रक्षा और पालन करने का वचन दिया। बतौर राष्ट्रपति उन्होंने अपने पहले संबोधन में देश की एकता के बारे में बताते हुए कहा कि वो न्याय, स्वंतत्रता और समानता के मूल्यों का पालन करेंगे, लेकिन कई कांग्रेसी नेताओं ने उनके पहले ही संबोधन में आपत्ति जताते हुए बयान दिए और अपना विरोध दर्ज कराया।
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कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आजाद ने कहा कि रामनाथ कोविंद ने अपने भाषण में देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी का नाम ही नहीं लिया।
उन्होंने कहा ये कोई छोटी मोटी बात नहीं है। उन्हें इस बात का ध्यान रखना चाहिए था।
वहीं आनंद शर्मा ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के समकक्ष जनसंघ के नेता दीन दयाल उपाध्याय को नए राष्ट्रपति ने अपने सम्बोधन में खड़ा किया, ये ठीक नहीं है, देश की जनता को अच्छा नहीं लगेगा, उनकी बातों का गलत संदेश जनता में गया है।
गौरतलब है कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का देश को यह पहला संबोधन था, जो कि कांग्रेस को नागवार गुजरा।