राम मंदिर पर धर्म संसद के फैसले के साथ आरएसएस : दत्तात्रेय

दत्तात्रेय होसबोले औरंगाबाद | राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सह सरकार्यवाहक दत्तात्रेय होसबोले ने कहा कि अयोध्या में प्रस्तावित राम मंदिर निर्माण के मामले में आचार्यों की धर्म संसद जो तय करेगी, आरएसएस उस पर अमल करेगा।

उन्होंने बिहार के औरंगाबाद में बुधवार को एक कार्यक्रम में कहा, राम मंदिर का मुद्दा हिंदुओं की जनभावना से जुड़ा है। इसलिए धर्म संसद जो फैसला लेगी, आरएसएस उसे स्वीकार करेगा।

मालूम हो कि उत्‍तर प्रदेश में भाजपा की पूर्ण बहुमत सरकार बनने के बाद से राम मंदिर को लेकर जनभावनाएं उमंगे मार रही हैं। वहीं भाजपा के नेताओं के ऊपर भी इसका दबाव है कि जल्‍द से जल्‍द मंदिर निर्माण की बाधाओं को दूर कर इस काम को आगे बढ़ाया जाए।

उन्होंने योग को भारतीय संस्कृति की देन बताते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति ने दुनिया को काफी कुछ दिया है, जिसमें योग भी शामिल है। योग की चर्चा करते हुए आरएसएस नेता ने कहा कि योग किसी देश या धर्म से जुड़ा हुआ नहीं है।

उन्होंने कहा, योग किसी एक धर्म से जुड़ा नहीं है। योग करने से हर धर्म से जुड़े लोगों का शरीर स्वस्थ होता है। जो भी योग करेगा, योग उसका होगा।

मालूम हो कि योग को लेकर योग गुरु रामदेव और योगी अदित्‍यनाथ ने लखनऊ में बयान दिया था कि नमाज के दौरान की जाने वाली क्रियाएं योग से मिलती जुलती हैं। इस के क्रम में दत्तात्रेय ने योग को लेकर यह बयान दिया है।

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