राम मंदिर के लिए बन रहे 21 सौ किलो के घंटे को चमकाने में जुटे इकबाल

एटा। सुप्रीम कोर्ट की ओर से प्रभु श्री राम जी के मंदिर का फैसला सुनाए जाने के बाद अब जनपद एटा का नाम भी राम मंदिर से जुड़ने जा रहा है।

सुप्रीम कोर्ट

जी हां ये हम नही कह रहे है ये तो जनपद एटा के जलेसर में घंटा और घुघरू के लिए देश मे प्रख्यात एटा को अयोध्या के श्रीराम मंदिर के 21 सौ किलो के घण्टे का आर्डर मिलने के बाद घंटा बनाने से एटा में खुशी का माहौल हैऔर प्रभु श्री राम के मुख्य मंदिर मेंएटा का घंटा भी अयोध्या में अपनी उपस्थिति दर्ज कराएगा इसको लेकर यहा के हिन्दू, मुस्लिम कारीगरों में भारी खुशी है।

इसको लेकर दोनों समुदाय के लोगों में एक भाईचारे की मिसाल देखने को मिल रही है, जहा एक ओर हिन्दू मुस्लिम कहकर लोग लड़ाते है वही अपने श्री राम के लिए ऐतिहासिक घंटा बनाकर अपने आप में खुशी मनाते हुए अपने आपको धन्य समझ रहे है।

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वही देश मे ज्यादातर मंदिरों में वजने वाले घंटे जनपद एटा के जलेसर से बने हुए होंते है,घंटा और घूंघरु के शहर जलेसर में घंटा बनाए जाने की तैयारियां शुरू हो गई हैं। वही बनारस के एक व्यापारी श्यामसुंदर ने 21 कुंतल के 1 बड़े घंटे का आर्डर जलेसर में कारखाना मालिक विकास मित्तल को दिया गया है।

जिसकी तैयारियां जोरों पर चल रही हैं,राम मंदिर के लिए बनाए जा रहे इस घंटे के लिए फर्मा बनकर तैयार हो चुका है जो कि एक मुस्लिम कारीगर इकबाल मियाँ के द्वारा बनाया गया है,इस घंटे का आर्डर राम मंदिर के फैशले के बाद ही मिल गया था, घंटा बना रहे कारखाना मालिक विकास मित्तल ने बताया कि राम मंदिर के लिए देश के सभी मंदिरों से बड़ा और भारी घंटा बनाया जा रहा है।

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जिसमे लगभग 1 महीने का समय और लग जायेगा। इसका ऑर्डर फैसला आने के बाद से ही बनारस के व्यापारी श्यामसुंदर जी ने दे दिया था,फैसला आते ही घंटे को बनाने की तैयारियां तेज हो गईं,इस घंटे का वजन 21 सौ किलो होगा,इस घंटे को बनाने में पीतल के अलावा अन्य अष्ठ धातुओं का प्रयोग किया जा रहा है,इस घंटे की कीमत लगभग 12 से 14 लाख रुपये बताई जा रही है।

 

 

 

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