रामायण की चौपाई से होती है मनोकामनाएं पूरी
रामचरित मानस का हर चौपाई किसी वैदिक मंत्र से कम नही हैं। यदि आप अपने जीवन में किसी भी तरह की समस्या से परेशान हो तो रामायण में दिए गए इन चौपाईयों को मंत्रों की तरह जाप करें। जब भी जीवन में संकट या विपत्तियां आएं तो बाताई जाने वाली चौपाई का जाप 108 बार करें। जब आप इन चौपाई को पढ़ें तो मन में काशी बनारस का ध्यान करें। साफ सुतरे आसन पर बैठें और जौ, चावल, शु़द्ध घी के साथ में मंत्रों को पढ़ें। इन मंत्रों से हर प्रकार की समस्या टल जाती है। आइये जानते हैं कैसे:
रामायण की चौपाई से होगी मनोकामना पूरी
लक्ष्मी जी के लिए
जिमि सरिता सागर मंहु जाही।
जद्यपि ताहि कामना नाहीं।।
तिमि सुख संपत्ति बिनहि बोलाएं।
धर्मशील पहिं जहि सुभाएं।।
सुख और शांति पाने के लिए
सुनहि विमुक्त बिरत अरू विबई।
लहहि भगति गति संपति नई।।
परीक्षा में सफल होने के लिए
जेहि पर कृपा करहिं जनुजानी।
कवि उर अजिर नचावहिं बानी।।
मोरि सुधारहिं सो सब भांती।
जासु कृपा नहिं कृपा अघाती।।
किसी भी प्रकार के संकट को दूर करने के लिए
जौं प्रभु दीन दयाल कहावा।
आरतिहरन बेद जसु गावा।।
जपहि नामु जन आरत भारी।
मिंटहि कुसंकट होहि सुखारी।।
दीन दयाल बिरिदु संभारी।
हरहु नाथ मम संकट भारी।।
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