प्रधानमंत्री के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस

राज्‍यसभानई दिल्ली। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के खिलाफ अगस्‍टा वेस्‍टलैंड हेलीकॉप्‍टर घूसकांड में कथित रूप से झूठ बोलने के लिए राज्‍यसभा में विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है। इसको लेकर कांग्रेस नेता शांताराम नाईक ने उच्‍च सदन में कहा कि प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री ने संसद के बाहर झूठ बोला है। दोनों ने झूठे आरोप लगाए हैं कि इस मामले में यूपीए के नेताओं ने पैसे लिए हैं। इसीलिए दोनों के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया गया है।

राज्‍यसभा में जारी हुआ नोटिस

उप सभापति पी.जे. कुरियन ने कहा कि वह टिप्पणियां कार्यवाही से हटा रहे हैं। सदन के नेता और वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि एक नेता द्वारा दूसरे के खिलाफ की गई टिप्पणी विशेषाधिकार हनन नहीं हो सकती है। उन्होंने कहा कि एक राजनेता का दूसरे के खिलाफ चुनावी भाषण विशेषाधिकार हनन का मामला बनाया जा रहा है। कोई ऐसा प्रचार हासिल करने के लिए ही कर सकता है।

कांग्रेस के नेता आनंद शर्मा ने कहा कि मोदी को सोच समझकर बयान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री हमेशा प्रधानमंत्री रहते हैं, चाहे वे सदन के भीतर हों या बाहर। वह जो कुछ कहते हैं उसके लिए उन्हें जिम्मेदार होना चाहिए।

जेटली ने इसके जवाब में कहा कि किसी पर रोक का कोई आदेश नहीं है। उन्होंने कहा कि क्या भ्रष्टाचार पर बोलने के लिए भारत के प्रधानमंत्री का मुंह बंद किया जाएगा। कांग्रेस ने सोमवार को भाजपा पर अगस्ता वेस्टलैंड मामले को चुनावी मुद्दा बनाने का आरोप लगाते हुए राज्यसभा की कार्यवाही बाधित की थी।

प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को केरल और तमिलनाडु की चुनावी रैलियों में अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर सौदे के जरिए सोनिया गांधी पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि भारत सरकार ने नहीं, बल्कि इटली की अदालत ने कांग्रेस प्रमुख का नाम लिया था।

LIVE TV