राजभवन को राज्यपाल ने बनाया अय्याशी का अड्डा, हर जवान महिला को निचोड़ने की है फितरत
शिलांग। मेघालय के पूर्व गर्वनर वी षणमुगनाथन पर एक महिला ने गंभीर आरोप लगाए हैं। राज्यपाल पर गंभीर आरोप लगाते हुए महिला ने कहा कि मुझे नौकरी देने के लिए राज्यपाल ने अपने कार्यालय में बुलाया था। जब मैं वहां पहुंची तो उन्होंने मेरे निजी जीवन को लेकर मुझसे सवाल पूछे, इसके बाद उन्होनें मुझे जबरन पकड़ा और किस करने लगे। इस बात का खुलासा महिला ने न्यूज चैनल एनडीटीवी को एक पत्र भेजकर किया है।
महिला की शिकायत के साथ शिलांग स्थित राजभवन के 98 कर्मचारियों ने राज्यपाल के खिलाफ सीधे प्रधानमंत्री को खत लिखा है। खत में उन्होंने आरोप लगाया है कि षणमुगनाथन ने राजभवन की शुचिता के साथ समझौता करते हुए इसे लेडीज क्लब में तब्दील कर दिया।
यहां कुछ दिनों के लिए केवल महिलाओं को ही नियुक्ति दी गई। ये खत सोशल मीडिया में भी वायरल हुआ था। केंद्र सरकार ने षणमुगनाथन से जवाब मांगा है।
राज्यपाल पर गंभीर आरोप, राष्ट्रपति ने स्वीकार किया इस्तीफा
मामले को तूल पकड़ता देख राज्यपाल ने 26 जनवरी की पूर्व संध्या पर इस्तीफा राष्ट्रपति को भेज दिया जिसे राष्ट्रपति ने बीती रात स्वीकार कर लिया है।
राज्यपाल पर पिछले कुछ समय से राजभवन में विभिन्न पदों पर केवल जवान महिलाओं की ही नियुक्ति करने का आरोप भी लगा है। राजभवन में राज्यपाल के आदेश से जवान महिलाओं की सीधे एंट्री थी और महिलाओं की पहुंच सीधे उनके बेडरूम तक थी।
इस वजह से वहां के कर्मचारियों को मानसिक प्रताड़ना से गुजरना पड़ा, यहां तक की उप सचिव स्तर के एक अधिकारी को इसकी वजह से ब्रेन स्ट्रोक होने के बाद उनकी मौत हो गई।