भंसाली को इतिहास ‘सिखाने’ वाली सेना के बारे में चौंकाने वाला खुलासा

राजपूत करणी सेनानई दिल्ली। संजय लीला भंसाली के साथ हुई मारपीट के बाद से खबरों में आई श्री राजपूत करणी सेना पहले भी विवादों में रही है। श्री राजपूत करणी सेना के लोगों का दावा है कि उनके पास 7.64 लाख के करीब सदस्य हैं। इसका निर्माण 2006 में किया गया था।

राजपूत करणी सेना का दावा-

श्री राजपूत करणी सेना का निर्माण करते वक्त 11 उद्देशय रखे गए थे और कहा गया था कि सेना राजपूतों के हक की लड़ाई में सबसे आगे रहेगी। श्री राजपूत करणी सेना के लोगों का दावा है कि उनके पास 7.64 लाख के करीब सदस्य हैं। इसका निर्माण 2006 में किया गया था।

2008 में भी सेना के लोगों ने जोधा-अखबर का विरोध किया था। कहा गया था कि डायरेक्टर ने इतिहास को गलत तरीके से दिखाया है। इन लोगों का दावा था कि इतिहास के हिसाब से जोधा अखबर के बेटे की पत्नी थी। जबकि फिल्म में जोधा को अखबर की पत्नी बताया गया।

सेना के अलावा राजपूतों के और भी कई संगठन मौजूद हैं। जिसमें श्री राजपूत सभा भी शामिल है। इसे 1939 में बनाया गया था। राजपूतों के लिए काम करने का दावा करने वाली सेना के सदस्यों अपने आपको राजपूतों के लिए लड़ने वाले ‘पैदल सैनिक’ बताते हैं। इसमें शामिल सभी सदस्य 40 से कम उम्र के होते हैं। वहीं जो भी 40 से ऊपर का हो जाता है उसे SRKS के मार्गदर्शक मंडल में शामिल कर दिया जाता है।

किसने बनाया संगठन:

यह संगठन लोकेंद्र सिंह कल्वी ने बनाया। लोकेंद्र दिवंगत कल्याण सिंह कल्वी के बेटे हैं। कल्याण सिंह कल्वी पूर्व प्रधानमंत्री चंद्र शेखर की कैबिनेट में मंत्री थे।

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