राजधानी में नागरिकता कानून पर घमासान, सीआरपीएफ ने संभाला मोर्चा

रिपोर्ट- शिवा शर्मा

लखनऊ – हिंसा के दुसरे दिन भी राजधानी लखनऊ में हालात फ़िलहाल बेहतर रहे लेकिन जुम्मे का दिन और मोहम्मद वकील की मौत को देखते हुए पुलिस प्रशासन सतर्क रहा। चप्पे चप्पे पर पुलिस के साथ सीआरपीएफ ने भी पुराने लखनऊ का मोर्चा संभाला |

NRC और CAA पर विरोध के चलते जो हालात लखनऊ के हुए वो बेहद चिंताजनक थे। पूरे ज़िले में दुसरे दिन भी इंटरनेट पर प्रतिबन्ध लगा रहा। . पुलिस ने एतियातन के तौर पर पुलिस बल को बढ़ा दिया। जिला पुलिस, पीएसी और आरएफ के साथ साथ सीआरपीएफ की टुकडिया लगाईं गयी थी।

दिन बेहद गंभीर था क्युकी जुम्मे की नवाज़ को पढ़ने के लिए विशेष समुदाय के लोग नमाज़ अदा करने आये थे। और सकुशल नमाज़ को संपन्न कर नमाज़ियों को अदा कर दिया गया। अराजक तत्वों के जमावड़े के लिए अफसर बताते है की कुछ लोग पश्चिम बंगाल से महज़ माहौल ख़राब करने आये थे। . कईयो को गिरफ्तार किया है और कइयों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है की हिंसा के पीछे किसका हाथ था।

लखनऊ शहर के कुछ संवेदनशील इलाको में जिस तरह पथराव और आगजनी के बाद हिंसा हुई उससे सूबाए यूपी भी सकते में है। अफसर बताते है की पूरे यूपी में हालात काबू में है और कइयों की गिरफ़्तारी की गयी है और जल्द ही इंटरनेट की सेवा को बहाल कर दिया जाएगा |

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लखनऊ शहर में चैन और अमन की शांति के लिए कई लोग मंदिरो में तो कई लोग मस्जिदों में दुआ मांग रहे है। की जल्द ही हालात बेहतर हो। . और लखनऊ में फिर से एक बार लोग ये कह पाए। की मुस्कुराइए आप लखनऊ में है |

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