रचा इतिहासः उत्तर कोरिया की सीमा में जाने वाले पहले अमेरिकी राष्ट्रपति बने ट्रंप

डोनाल्ड ट्रंप उत्तर कोरिया की सीमा में प्रवेश करने वाले अमेरिका के पहले राष्ट्रपति बन गए हैं। उन्होंने उत्तर और दक्षिण कोरिया की सीमा पर स्थित असैन्यकृत सीमा (डीएमजी) में किम जोंग उन से संक्षिप्त मुलाकात की।

यह दोनों नेताओं के बीच तीसरी मुलाकात थी। माना जा रहा कि इससे दोनों देशों के बीच बढ़ रहा तनाव कम होगा। इस ऐतिहासिक क्षण के दौरान ट्रंप दक्षिण और उत्तर कोरिया को बांटने वाली कंक्रीट की सीमा पर पहुंचे, जहां किम उनका स्वागत करने आए और दोनों ने हाथ मिलाया। फिर दोनों ने साथ में उत्तर कोरियाई क्षेत्र की ओर रुख किया। ट्रंप के उत्तर कोरियाई जमीन पर कदम रखते ही किम ने तालियां बजाई और फिर एक बार दोनों ने हाथ मिलाया और तस्वीरें खींचवाई।

इसके बाद दोनों फिर दक्षिण कोरिया की ओर बढ़े और वहां मौजूद पत्रकारों को संबोधित किया। ट्रंप ने कहा, ‘विश्व के लिए यह एक महान क्षण है और यहां आना मेरे लिए सम्मान की बात है।’

इससे पहले ट्रंप ने खुद इस बात की पुष्टि कर दी थी कि वे किम जोंग से मिलने डीएमजी जाएंगे। ट्रंप ने कहा था, “हम लोग असैन्यकृत सीमा पर जा रहे हैं और मैं किम जोंग के साथ बैठक करूंगा। हमने बहुत अच्छा रिश्ता विकसित किया है।”

फरवरी में किम के साथ बिना किसी समझौते के विफल हुए दूसरे शिखर सम्मेलन का जिक्र करते हुए ट्रंप ने कहा था, “हम जल्दी हाथ मिलाएंगे और हेलो कहेंगे क्योंकि हम दोनों ने वियतनाम समझौते के बाद से एक दूसरे को देखा नहीं है। ये केवल एक कदम है और शायद सही दिशा में एक कदम है।”

इससे पहले दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन ने कहा था कि वह भी असैन्यकृत क्षेत्र जा सकते हैं। लेकिन ध्यान ट्रंप-किम की मुलाकात पर होगा। जिससे इस बात की संभावना बनेगी कि आने वाले दिनों में दोनों की औपचारिक मुलाकात होगी। मून ने कहा, “मुझे लगता है कि अमेरिका-उत्तर कोरिया के बीच जो तीसरा शिखर सम्मेलन होगा, वो इस मुलाकात में हुई बातचीत पर निर्भर करेगा।” मून ने कहा कि तनाव के मुकाबले शांति के लिए अधिक साहस की जरूरत होती है।

ट्रंप ने ट्वीट कर कहा था, “चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ बैठक सहित अन्य महत्वपूर्ण बैठकों के बाद, मैं जापान से दक्षिण कोरिया के लिए निकलूंगा (राष्ट्रपति मून के साथ)। वहीं, अगर उत्तर कोरयाई नेता किम इसे देखते हैं, तो मैं उनसे सीमा/डीएमजेड पर मुलाकात कर उनसे हाथ मिला उन्हें ‘हेलो’ कहना चाहूंगा(?)!”
पहले क्या बोला था उत्तर कोरिया?
ट्रंप के निमंत्रण पर उत्तर कोरिया ने कहा था कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से अचानक मिला निमंत्रण “दिलचस्प” है लेकिन इस संबंध में अभी तक कोई आधिकारिक अनुरोध प्राप्त नहीं हुआ है।

आधिकारिक समाचार एजेंसी ‘केसीएनए’ ने उप विदेश मंत्री चोई सन हुई के हवाले से कहा था, “हमें लगता है कि यह काफी दिलचस्प सुझाव है लेकिन हमें इस संबंध में कोई आधिकारिक प्रस्ताव नहीं मिला है।”

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उन्होंने कहा, “मेरा विचार है कि यदि डीपीआरके-अमेरिका शिखर बैठकें विभाजन रेखा पर होती हैं, जैसा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने प्रस्तावित किया है, तो यह दोनों नेताओं के बीच व्यक्तिगत संबंधों को गहरा करने और द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए एक और सार्थक अवसर के रूप में काम करेगा।”

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