रक्षा मंत्री देश की सुरक्षा व्यवस्था सँभालने के अंदाज से प्रभावित,भारतीय सेना की तारीफ में कही ये बड़ी बात

देश की सुरक्षा व्यवस्था संभालने के अंदाज से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह काफी प्रभावित हैं। बुधवार को शीर्ष सैन्य कमांडरों को संबोधित करते हुए उन्होंने सेना की तारीफ की। राजनाथ सिंह के बयान को पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सीमा पर जारी गतिरोध के सीधे संदर्भ में देखा जा रहा है।

सोमवार को शुरू हुए चार दिवसीय सम्मेलन में शीर्ष सैन्य कमांडर चीन के साथ लगने वाली वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारत की युद्धक तैयारियों के साथ ही जम्मू-कश्मीर में स्थिति की व्यापक समीक्षा कर रहे हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि ‘सशस्त्र बलों की भुजाओं’ को मजबूती देने के लिए सरकार कोई कोर-कसर बाकी नहीं छोड़ेगी।

राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया, ‘नई दिल्ली में आज सैन्य कमांडरों के सम्मेलन को संबोधित किया। मौजूदा सुरक्षा माहौल में भारतीय सेना द्वारा उठाये गए क़दमों पर मुझे बेहद गर्व है।’

पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन की सेनाओं के बीच पांच महीने से भी ज्यादा समय से गतिरोध बना हुआ है और दोनों पक्षों ने क्षेत्र में 50-50 हजार से ज्यादा सैनिकों की तैनाती कर रखी है, जो गतिरोध की गंभीरता को परिलक्षित करता है।

वहीँ सीमा पर चल रहे तनाव को दूर करने के लिए दोनों पक्षों में कई दौर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन अभी तक कोई ठोस सफलता नहीं मिली है। राजनाथ सिंह ने कहा, ‘सुधारों के मार्ग पर आगे बढ़ रही सेना को हर सुविधा देने और सभी क्षेत्रों में बढ़त हासिल करने में मदद के लिए रक्षा मंत्रालय प्रतिबद्ध है।

सेना की सराहना करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि आजादी के बाद से देश की संप्रभुता और सुरक्षा से जुड़ीं कई चुनौतियों का बल ने सफलतापूर्वक समाधान दिया है। उन्होंने कहा, ‘चाहे वह आतंकवाद की समस्या हो, उग्रवाद या बाहरी आक्रमण, सेना ने उन खतरों को नाकाम करने में हमेशा महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है।’ 

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