ये हैं दुनिया के तीन सबसे बड़े ब्रिज, खासियत जानकर रह जाएंगे दंग…

नई दिल्ली। इस दुनिया में बहुत सी ऐसी खूबसूरत जगहें हैं जिनके बारे में हम जानते ही नहीं हैं। बात चाहे खूबसूरत पहाड़ की हो या झरनें की या फिर ब्रिज की ,सभी अपनी अलग-अलग खासियत की वजह से मशहूर हैं।

लेकिन आज हम आपको 3 ऐसे ब्रिज के बारे में बताएंगे जिन्हें दुनिया के सबसे बड़े ब्रिजों में शामिल किया गया है। आइए जानिए ऐसे लंबे ब्रिज के बारे में…

बता दे कि, सिदुहे रिवर ब्रिज- चीन का सिदुहे रिवर ब्रिज दुनिया के सबसे ऊंचे पुलों में से एक है। यह जमीन से 460 मीटर की ऊंचाई पर है, शंघाई और चेंदो को जोड़ने वाला यह पुल 1300 मीटर लंबा है।

चीन के झांगजियाजी पहाड़ों पर शीशे से बना ये पुल सबसे ऊंचे पुलों में से एक है, इस 100 मीटर लंबे पुल के आस-पास केवल खतरनाक पहाड़ियां हैं, शीशे से नीचे देखेंगे तो 300 मीटर नीचे खाई नजर आएगी। कमजोर दिल के लोग पारदर्शी शीशे से नीचे ना ही देखें तो अच्छा होगा।

लीविंग रूट ब्रिज, मेघालय- मेघालय में स्थित लीविंग रूट ब्रिज प्राकृति का एक खूबसूरत नजारा है। इस ब्रिज की खास बात ये है कि इसे फिकस इलास्टिका ट्री नाम के पेड़ की जड़ों से बनाया जाता है।

इस पेड़ की जड़ें बेहद लचकदार और मजबूत होती हैं, जो एक साथ 50 से ज्यादा लोगों का वजन भी उठा सकती हैं, जैसे-जैसे पेड़ बढ़ता है इसकी मजबूती भी बढ़ती है, पेड़ की जड़ों से बने इन पुलों की उम्र लगभग 500 वर्षों की होती है। स्थानीय लोग अपनी जरूरत के हिसाब से इस पेड़ की जड़ों को दिशा देते हैं और उसी दिशा में ये बढ़ता जाता है।

विंड एंड रेन ब्रिज, चीन- विंड एंड रेन ब्रिज चीन में रहने वाले डॉन्ग लोगों की अनोखी आर्किटेक्चर मानी जाती है। ये ब्रिज लकड़ी से बनाया गया है।

एक एक कर कम हो रहे हैं इस गाँव के लोग, पीछे छिपा है खौफनाक राज…

जिसका ऊपरी भाग भी लकड़ी से ढका हुआ है, ढका होने की वजह से ये पुल खराब मौसम में बारिश और हवाओं से सुरक्षित रखता है, जिसके आधार पर डॉन्ग के लोगों ने इस पुल को विंड एंड रेन ब्रिज का नाम दिया है। इस पुल की लंबाई लगभग 64.4 मीटर और चौड़ाई 3.4 मीटर की है, वहीं इस पुल की ऊंचाई 10.6 मीटर की है।

LIVE TV