यूपी चुनाव : इन बड़े चेहरों की किस्मत दांव पर, मत बदल पाएंगे ये मुद्दे?

नई दिल्लीयूपी विधानसभा चुनाव: यूपी विधानसभा चुनाव 2017 के प्रथम चरण का मतदान शुरू हो चुका है। पहले चरण के मतदान के लिए जिन 73 सीटों पर मतदान होना है। इन जिलों में होना है चुनाव पहले चरण में  कैराना, मुजफ्फरनगर, शामली, हापुड़, बुलंदशहर, गाजियाबाद, मेरठ, हाथरस, गौतम बुद्ध नगर, आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद, एटा कासगंज और बागपत।

चुनाव मैदान में 11 फरवरी को जिन नेताओं की किस्मत का फैसला होना है उनमें राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह के अलावा भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा, कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता प्रदीप माथुर, भाजपा के उपाध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेई, हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह और दंगों में चर्चित रहे सुरेश राणा और संगीत सोम शामिल हैं।

मायावती पहले चरण के चुनाव में सबसे ज्यादा जीने मरने का सवाल बहुजन समाज पार्टी का होगा। इन इलाकों में सर्वाधिक मुस्लिम मतदाता हैं तो दूसरे स्थान पर दलित हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने मुस्लिमों को बड़ी संख्या में टिकट दिया है। इस इलाके में बसपा की दलित और मुस्लिम मतदाताओं की अच्छी पकड़ भी है।

2012 के विधानसभा चुनाव में जब पूरे राज्य में समाजवादी पार्टी की हवा थी तब भी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बीएसपी ने अच्छा प्रदर्शन किया था। यही वजह है कि इस बार बहुजन समाज पार्टी ने सबसे ज्यादा मुसलमानों को टिकट देकर दलित-मुस्लिम गठजोड़ को आजमाया है। यह गठजोड़ काम कर रहा है या नहीं इसकी भी परीक्षा पहले चरण में ही हो जाएगी।

बहुजन समाज पार्टी की इस चाल को नाकाम करने के लिए ही समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस से हाथ मिलाया है ताकि मुस्लिम वोट उसकी झोली में आएं। मुजफ्फरनगर के दंगे, कैराना का पलायन, मथुरा का जवाहर बाग कांड और दादरी में बीफ कांड में अखलाक की हत्या ऐसे मुद्दे हैं, जिसे भाजपा भुनाना चाहेगी।

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मुजफ्फरनगर दंगों के बाद के माहौल में भाजपा ने यह पूरा इलाका जीत लिया था। भाजपा की कोशिश होगी की वैसा ही शानदार प्रदर्शन फिर से दोहराया जाए। कहा जा रहा है कि इस बार लोकसभा चुनाव जैसा शानदार प्रदर्शन करना भाजपा के लिए बेहद मुश्किल होगा, क्योंकि उस वक्त जाट मतदाताओं ने जमकर भाजपा का साथ दिया था। अब आरक्षण नहीं दिए जाने से जाट मतदाता भाजपा से नाराज हैं और इसी नाराजगी का फायदा उठाने के लिए अजीत सिंह का राष्ट्रीय लोकदल पूरी ताकत लगा रहा है।

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