प्रियंका ने राहुल को किया किनारे, लगाया मास्टरस्ट्रोक

यूपी कांग्रेसलखनऊ : यूपी विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए रणनीति बना रही कांग्रेस में विद्रोह के सुर उठने लगे हैं। यूपी कांग्रेस की कमान राज बब्बर को मिलने से कांग्रेसी भी हैरान हैं। सूत्रों के मुताबिक राज बब्बर को यह बड़ी जिम्मेदारी प्रियंका गांधी की पैरवी के चलते मिली है। वहीँ पूर्व अध्यक्ष निर्मल खत्री भी इस फैसले पर खफा नजर आए।

सूत्रों की माने तो कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी साथ रणनीतिकार प्रशांत किशोर, गुलाम नबी आज़ाद समेत कांग्रेस के केन्द्रीय नेतृत्व ने अध्यक्ष के लिए जितिन प्रसाद के नाम पर लगभग मुहर लगा दी थी।

यूपी चुनाव में राहुल पर भारी प्रियंका

लेकिन प्रियंका गांधी ने यूपी कांग्रेस के लिए राज बब्बर के नाम की सिफारिश कर दी। आख़िरकार राज बब्बर के नाम पर प्रियंका के आगे राहुल गांधी को झुकना पड़ा।

उत्तराखंड से राज्यसभा सांसद राज बब्बर का रिकॉर्ड कुछ खास नहीं रहा है। राज बब्बर राज्यसभा में प्रतिनिधित्व तो पूरे उत्तराखंड का कर रहे हैं, लेकिन उन्हें उत्तराखंड के किसी शहर या गांव में जाने की कभी फुरसत नहीं मिली।

न ही उनको पिछले दिनों प्राकृतिक आपदा से नुकसान झेलने वाले चमोली और पिथौरागढ़ की ही उन्हें याद आई। राज बब्बर का ऐसा कोई कार्यक्रम भी याद नहीं आता, जिसमें उन्होंने राज्य का कोई मुद्दा उठाकर जनता के बीच जाने की कोशिश की हो।

राज बब्बर प्रियंका गांधी के करीबी माने जाते हैं। कांग्रेसी सूत्र भी कह रहे हैं उन्हें यह पद प्रियंका की पैरवी और बीजेपी पर हमलावर रुख अख्तियार करने के चलते मिली हैं।

भले ही राज बब्बर को लेकर सवाल खुद कांग्रेसी उठा रहे हैं। लेकिन इस फैसले के बाद कांग्रेस का कहना है कि राज बब्बर लोकप्रिय छवि के नेता हैं और युवाओं के बीच उनकी पकड़ अच्छी है। इस नाते उन्हें यह जिम्मेदारी मिली है और पार्टी को इसका फायदा मिलेगा।

यूपी कांग्रेस अध्यक्ष का जिम्मा राज बब्बर को दिए जाने से निर्मल खत्री ने भी दबी जुबां अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि नए अध्यक्ष को लेकर उनसे कोई राय नहीं ली गई।

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