यूपी और पंजाब चुनाव में भाजपा के खिलाफ वोट देंगे जाट

यूपी और पंजाब नई दिल्‍ली। विश्व जाट मंच के संस्थापक चौधरी ओमवीर सिंह ने नई दिल्ली में कहा, हमने विरोध के हिंसक तरीके से दूर रहने और यूपी और पंजाब के विधानसभा चुनावों में भाजपा की हार के लिए काम करने का फैसला किया है क्योंकि पार्टी ने हरियाणा में आरक्षण के मुददे पर जाटों के साथ छल किया है। उन्होंने कहा,  हरियाणा के जाट उत्तर प्रदेश और पंजाब की यात्रा करेंगे और मतदाताओं से कहेंगे कि भाजपा ने समुदाय के साथ छल किया है। जाट नेताओं की बैठक में पांच प्रस्ताव पारित किए गए। इनमें समुदाय द्वारा फरवरी में किए गए आंदोलन के दौरान हुई हिंसा की न्यायिक जांच के लिए हरियाणा सरकार से मांग भी शामिल है। उन्होंने कहा, हम राज्य में विरोध प्रर्दशन के दौरान कथित तौर पर जाटों द्वारा की गई हिंसा की उच्चतम न्यायालय के किसी मौजूदा न्यायाधीश से न्यायिक जांच की मांग करते हैं। राज्य में हुई हिंसा में जाट शामिल नहीं थे क्योंकि वे अपने रेल रोको आंदोलन में व्यस्त थे।

यूपी और पंजाब चुनाव में भाजपा के लिए मुश्किल बनेंगे जाट

 अन्य मांगों में हरियाणा में गिरफ्तार निर्दोष जाटों की रिहाई तथा उत्तर प्रदेश, राजस्थान और कई अन्य राज्यों की तर्ज पर ओबीसी श्रेणी के तहत समुदाय को आरक्षण देने की मांग शामिल है। सिंह ने कहा कि हरियाणा, उत्तर प्रदेश और दिल्ली के जाट संगठन हरियाणा में लोगों को जातिगत आधार पर बांटने के कार्य पर रोक के लिए प्रदेश की भाजपा सरकार पर दबाव बनाने के लिए 28 सितंबर को यहां रामलीला मैदान में शांतिपूर्ण प्रदर्शन करेंगे। जाट आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष एस एस संधू ने कहा कि हम भाजपा का विरोध कर रहे हैं क्योंकि हिंसा में मारे गए लोगों को मुआवजा नहीं दिया गया तथा जिन्हें गिरफ्तार किया गया उन्हें रिहा नहीं किया गया है। संधू ने कहा, हम समुदाय से भाजपा के खिलाफ मतदान करने को कहेंगे लेकिन हम किसी खास पार्टी के पक्ष में मतदान के लिए नहीं कहेंगे। फरवरी महीने में हुए जाट आरक्षण आंदोलन में कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई थी।

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