गुजरात : 111 बाल श्रमिकों को छुड़ा चुकी समाजसेवी पर हमला

युवा महिला कार्यकर्ताअहमदाबाद| गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र में मोरबी कस्बे में एक युवा सामाजिक कार्यकर्ता पर दो अज्ञात व्यक्तियों ने उस समय हमला किया, जब वह कहीं जा रही थीं। यह युवा महिला कार्यकर्ता 111 बाल श्रमिकों को मुक्त कराने में मदद कर चुकी है।

युवा महिला कार्यकर्ता महज 20 वर्ष की

पुलिस ने कहा कि झरना जोशी की उम्र लगभग 20 वर्ष है और रविवार रात हुए हमले में उनके माथे, बाह, और पैर में चोट आई है। उन्हें उपचार के लिए एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

जोशी अहमदाबाद की हैं, और उन्होंने बाल श्रमिकों के इस्तेमाल का भंडाफोड़ करने के लिए सोनाकी सिरेमिक्स कंपनी में नौकरी जॉइन की और वहां लगभग दो महीने तक स्टिंग किया।

वह अपनी स्कूटर से मोरबी जा रही थीं, और इसी दौरान हलवद कस्बे के पास एक मोटरसाइकिल पर सवार दो अज्ञात व्यक्तियों ने उनपर हमला कर दिया।

जोशी ने गुजराती टीवी चैनल, संदेश न्यूज से कहा, “वे मेरे आगे आ गए और मुझे रोक दिया और मुझसे पूछा कि क्या मेरा नाम झरना है, जिसने बाल श्रमिकों को छुड़ाया था। जैसे ही मैंने हां कहा, उन्होंने मुझ पर हमला बोल दिया।”

मोरबी के पुलिस उपाधीक्षक, जी.एम. मलिक के अनुसार, जोशी ने जब से सिरेमिक्स कारखाने से बाल श्रमिकों को छुड़ाया है, तब से उन्हें धमकियां मिल रही थीं।

मलिक ने कहा कि जोशी को संदेह है कि ये धमकियां सोनाकी सिरेमिक्स के मालिक जिग्नेश पटेल की तरफ से दी जा रही थीं, जो स्टिंग ऑपरेशन के बाद से नाराज है और उसने उन्हें चेतावनी भी दी थी।

मलिक ने कहा कि पुलिस ने जोशी पर हमले को लेकर एक प्राथमिकी दर्ज की है और हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए जांच शुरू कर दी है।

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