युवाओं के लिए छेत्री प्रेरणा का स्रोत : रेनेडी सिंह

नई दिल्ली| भारत के पूर्व मिडफील्डर रेनेडी सिंह का मानना है कि अगले महीने शुरू हो रहे एएफसी एशियन कप में भाग ले रही भारतीय फुटबाल टीम के लिए दिग्गज स्ट्राइकर सुनील छेत्री सबसे बड़े उदाहरण हैं। रेनेडी सिंह 2011 में दोहा में हुए एशियन कप में भाग लेने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे और छेत्री के साथ उनके शुरुआत के दिनों में राष्ट्रीय टीम के लिए खेले।

अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) ने रेनेडी के हवाले से बताया, “हाल के समय में कई सारे ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया है लेकिन मेरे लिए सुनील सबसे बेहतरीन उदाहरण हैं। उन्होंने पिछले कई वर्षो से निरंतर अच्छा प्रदर्शन किया है। वह खुद बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए टीम का नेतृत्व करते हैं।”

रेनेडी ने यह भी बताया कि करियर की शुरुआत से अबतक छेत्री के खेल में सबसे बड़ा फर्क यह आया है कि वह पेनाल्टी और फ्री-किक लेने में बेहतर हुए हैं।

रेनेडी ने कहा, “यह देखकर बहुत अच्छा लग रहा है कि सुनील एक डेड-बॉल प्लेयर के रूप में बेहतर हुए हैं। हमारे समय में वह कभी फ्री-किक नहीं लेते थे। मैं या स्टीवन डायस ही फ्री-किक लिया करते थे। लेकिन एक दिन वह मेरे पास आए और कहा कि रेनेडी भाई आप फ्री-किक और पेनाल्टी दोनों नहीं ले सकते। मैं भी लेना चाहता हूं, तो हमने निर्णय लिया कि सुनील पेनाल्टी लेंगे और हम दोनों फ्री-किक के जरिए गोल करने का प्रयास करेंगे।”

दुनिया में कहीं सत्ता बदली तो कहीं जनता ने सरकार को झुकाया

उन्होंने कहा, “हालांकि, वह सिर्फ पेनाल्टी लेकर नहीं माने और फ्री-किक में भी खुद को बेहतर किया। उन्होंने तब से फ्री-किक के जरिए कई गोल किए हैं। 18 गज के बॉक्स के बाहर सुनील विपक्षी टीम के लिए घातक साबित हुए हैं। अनिरुद्ध थापा और नारायण दास भी फ्री-किक और पेनाल्टी लेने में अच्छे हैं।”

भारत टूर्नामेंट का आगाज छह जनवरी को थाईलैंड के खिलाफ करेगा।

LIVE TV