मोहम्मद शहजाद बोले, निकाला नहीं गया खुद छोड़ी बसपा

मोहम्मद शहजाद रुड़की। बसपा के पूर्व विधायक मोहम्मद शहजाद ने ऐलान किया है कि वह कलियर विधानसभा की सीट से ही चुनाव लडेंगे। वहीं पार्टी से बाहर हो चुके शहजाद ने कहा कि पार्टी ने उनका निष्कासन नहीं किया, बल्कि उन्होंने खुद पार्टी छोड़ी। उन्‍होंने कहा कि अब आगे की भावी रणनीति क्या होगी यह समर्थकों के साथ तय होगी।

मोहम्मद शहजाद के आरोप

शहजाद ने कहा कि बसपा के प्रदेश प्रभारी नसीमुद्दीन सिद्दीकी और प्रदेश अध्यक्ष सतीश कुमार ने पार्टी को नुकसान पहुंचाने का काम किया है। पहले भाजपा के साथ डील कर मंगलौर विधायक सरवत करीम अंसारी को 18 मार्च को सदन छोड़ने के लिए कहा गया तो अब 10 मई को दोनों विधायकों को हरीश रावत को सौंपकर कौन सी डील की गई है, इसका जवाब बसपा कार्यकर्ता चाहते हैं।

गुरुवार को कैनाल रोड स्थित कार्यालय पर पत्रकार वार्ता में पूर्व विधायक मोहम्मद शहजाद ने कहा कि प्रदेश प्रभारी नसीमुद्दीन सिद्दीकी एवं प्रदेश अध्यक्ष के कहने पर ही उन्होंने अपने भाई सत्तार का जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए नामांकन कराया था। काफी पहले उन्होंने भाजपा के तीन जिला पंचायत सदस्यों के बारे में जानकारी की। पिछले जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में भी 8 भाजपा सदस्यों ने बसपा का समर्थन किया था। उप्र में भी दो बार भाजपा के समर्थन से मायावती मुख्यमंत्री बनी। उन्होंने बताया कि 11 मई को बसपा सुप्रीमो ने उन्हें तलब किया था।

शहजाद ने यह भी बताया कि उनके पार्टी छोड़ने की बात जानकर बसपा सुप्रीमो ने उन्‍हें पहले ही पार्टी से निष्‍कासित कर दिया। उन्होंने कहा कि बसपा सुप्रीमो से उनके तीन सवाल हैं कि 18 मार्च को जब सरवत करीम अंसारी सदन छोड़कर गए थे, तब भाजपा से क्या डील हुई थी? इसके अलावा 8 से 10 मई तक दोनों बसपा विधायकों को बंधक बनाकर रखा और हरीश रावत को सौंपा गया, इसमें क्या डील हुई? इसी तरह से 10 मई को बसपा के उम्मीदवार का जिला पंचायत अध्यक्ष पद से नामांकन वापस कराकर कांग्रेस प्रत्याशी को जिताने में क्या डील हुई? इसका खुलासा भी किया जाए।

भावुक हो उठे शहजाद

मोहम्मद शहजाद ने कहा कि जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव जीतने के लिए वह मैदान में उतरे थे, लेकिन 10 मई को उनके भाई का नामांकन वापस कराया गया। यह बात कहते हुअए उनकी आंखें भर आईं। काफी देर बाद वह सहज हो पाए। उन्होंने कहा कि जिला पंचायत के चुनाव में उन्होंने एक करोड़ की पांच बीघा जमीन बेची थी, वहीं टिकट बेचने वाले प्रदेश अध्यक्ष सतीश कुमार ने बहादराबाद क्षेत्र में ही डेढ़ करोड़ की जमीन खरीदी।

समर्थकों ने फूंका नसीमुद्दीन सिद्दीकी का पुतला

मोहम्मद शहजाद के समर्थकों ने गुरुवार को नारेबाजी करते हुए बसपा के प्रदेश प्रभारी नसीमुद्दीन सिद्दीकी के पुतले को आग के हवाले कर दिया। इस दौरान शहजाद ने कहा कि नसीमुद्दीन सिद्दीकी जब भी प्रदेश में आएंगे उनके पुतले फूंके जाएंगे और उनका विरोध किया जाएगा। साथ ही प्रदेश की 70 सीटों एवं पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी बसपा के खिलाफ अब जंग लड़ी जाएगी।

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