‘मोदी सूत्र’ से जानें चाय बेचने से लेकर प्रधानमंत्री बनने तक का सफ़र

मोदी सूत्रनई दिल्ली| मोदी सूत्र अवचेतन मन को खोलता है। यह सोच में विस्तार लाता है। लोगों के नजरिए में बदलाव लाता है। यह कहना था वरिष्ठ पत्रकार और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के प्रमुख पद्मश्री राम बहादुर राय का। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में हरीश बर्णवाल की पुस्तक ‘मोदी सूत्र’ के विमोचन के अवसर पर उन्होंने कहा कि यह एक ऐसी पुस्तक है, जिसे रोज पढ़ने और गुनने की जरूरत है। इसे अगर आप सकारात्मकता से देखेंगे तो ये आपका जीवन भर साथ निभाएगा।

मोदी सूत्र से सीखें जीने का तरीका

पत्रकार और लेखक हरीश बर्णवाल ने कहा कि इस किताब में जीवन से जुड़ी बातें है। इसे रोज पढ़कर जीवन में उतार सकते हैं।

जेएनयू में पुस्तक विमोचन और परिचर्चा कार्यक्रम को आईआईएमसी के महानिदेशक केजी सुरेश, सांसद आरके सिन्हा, जेएनयू के प्रोफेसर अश्विनी महापात्र और आजतक के सीनियर एंकर सईद अंसारी ने भी संबोधित किया।

मोदी सूत्र को ब्लूम्सबरी पब्लिकेशन ने प्रकाशित किया। इस पुस्तक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जीवन से जुड़ी हुई कई अप्रकाशित तस्वीरों का संकलन 16 पेजों में है।

इस पुस्तक में नरेंद्र मोदी के 283 सूत्र प्रकाशित हैं। इन सूत्रों को विषयवार दस अलग-अलग अध्यायों में बांटा गया है। एक ओर जहां परीक्षा देने वाले छात्रों की बात हो रही है, तो वहीं वैज्ञानिकों से लेकर जवानों की भी बात हो रही है। पर्यावरण से लेकर सेहत तो व्यक्ति विकास से लेकर मानवता के विकास को लेकर सूत्र गढ़े हैं। सभी सूत्रों को समय-समय पर नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए भाषणों से तैयार किया गया है। ये सूत्र मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बनने के सफर का साक्षी है।

परिचर्चा में आकाश सोनी, सुमित अवस्थी, चंदा बंद सत्याग्रह चलाने वाले मुनीश रायजादा, सौरभ शर्मा, प्रज्ञा भूषण, रवि भदौरिया, रौशन पाठक, रितेश माहेश्वरी और नागेंद्र नीरज जैस कई सम्मानित लोग भी शामिल हुए।

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