मोदी सरकार पर बरसे चिदंबरम, मीडिया को बताया ‘भाड़े का टट्टू’
नई दिल्ली: कांग्रेस के नेता एवं पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने रविवार को दावा किया कि न सिर्फ दलित और अल्पसंख्यक, बल्कि मीडिया भी नरेंद्र मोदी सरकार के दबाव और खौफ के साए में जी रहा है।
मुंबई में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए चिदंबरम ने कहा, ‘दलित खौफ में जी रहे हैं, अल्पसंख्यक खौफ में जी रहे हैं, छात्र और विश्वविद्यालय खौफ में जी रहे हैं। मीडिया भी खौफ के साए में जी रहा है।
मीडिया पर आरोप लगाते हुए चिदंबरम ने कहा कि मीडिया बीजेपी के अलावा अन्य राजनीतिक पार्टियों की कवरेज के मामले में बहुत तंगदिल हो गया है चिदंबरम बीएमसी चुनावों के लिए कांग्रेस उम्मीदवारों के पक्ष में यहां प्रचार कर रहे हैं लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर बरसते हुए चिदंबरम ने कहा, ‘आजकल ज्यादातर चैनल जयजयकार करने वाले बन गए हैं ज्यादातर अखबारों ने चुप्पी साध ली है. यह दुखद है।
चिदंबरम ने कहा कि राष्ट्रीय मीडिया से ज्यादा स्वतंत्र तो क्षेत्रीय मीडिया है उन्होंने कहा कि यह हर्र व्यक्ति जानता है कि मीडिया पर ‘प्रत्यक्ष और परोक्ष दबाव’ डाले जा रहे हैं. एक न्यूज चैनल का उदाहरण देते हुए चिदंबरम ने बताया कि चैनल के एक वरिष्ठ पत्रकार ने उनका इंटरव्यू किया था, लेकिन आखिरी वक्त में इसका प्रसारण रोक दिया गया चिदंबरम ने कहा कि न तो वह और न ही पत्रकार जानते हैं कि वह इंटरव्यू प्रसारित क्यों नहीं किया गया।
इस उदाहरण को समझाते हुए चिदंबरम ने कहा कि ये घटना साफ तौर पर संदेश यह था कि अपनी हद में रहो यदि ज्यादा आलोचना करोगे तो सरकार तुम पर नजर रख रही है. मुझे उम्मीद है कि मीडिया इस डर से उबरेगा मीडिया अक्सर उपदेश देता रहता है कि किसी जीवंत लोकतंत्र में लोगों को अपने दिल की बात बोलनी चाहिए, लेकिन पहले मीडिया तो अपने दिल की बात बोले