मोदी सरकार ने युवकों को दिया बड़ा झटका, नौकरी पाने के लिए तोड़ना पड़ेगा ‘चक्रव्यूह’

मोदी सरकारनई दिल्ली| अगर आप टीचर बनना चाहते हैं तो अब आपको बीएड की डिग्री के बाद नेशनल लेवल टेस्ट को पास करना पड़ेगा| शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए मोदी सरकार बीएड के बाद नेशनल लेवल टेस्ट की व्यवस्था लागू करने की तैयारी में है| नेशनल लेवल टेस्ट टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट (टेट) से अलग होगी। इस व्यवस्था को लागू करने के लिए मानव संसाधन एवं विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) कार्य कर रहा है।

आपको बता दें कि यूजीसी जिस तरह नेशनल एलिजिबलिटी टेस्ट (नेट) की परीक्षा आयोजित करता है, उसी तर्ज पर बीएड डिग्री धारकों के लिए ये परीक्षा आयोजित हो सकती है। इसकी पुष्टि केंद्र सरकार में सचिव स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता अनिल स्वरूप ने की है। उन्होंने बताया कि इस का एक्शन प्लान तैयार करने का जिम्मा नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन(एनसीटीई) को सौंपा गया है।

अधिकारियों की माने तो स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता में तब तक सुधार नहीं लाया जा सकता जब तक कि अध्यापक अच्छे ना हों। बीएड कार्यक्रम के लिए अच्छे अभ्यार्थी आए इसके लिए प्रवेश परीक्षा में भी कई तरह के बदलाव किए जा रहे हैं।

आपको बता दें कि नेशनल लेवल का टेस्ट पास करने बाद अभ्यर्थी किसी भी राज्य में नौकरी के लिए मान्य होगा। यानी हर राज्य के अपने टेस्ट की शर्त खत्म हो सकती है।

बीएड कॉलेजों का होगा थर्ड पार्टी इवेल्यूशन

देशभर में बीएड कॉलेजों की हालत काफी ज्यादा खराब है। इंफ्रास्ट्रक्चर और टीचर ट्रेनिंग व्यवस्था सही न होने के चलते अच्छे टीचर तैयार नहीं हो रहे हैं। मंत्रालय ने इसके लिए क्वालिटी काउंसिल के माध्यम से थर्ड पार्टी इवेल्यूशन करवाने का निर्णय लिया है। यदि किसी कॉलेज में कोई खामी है और वे नियमों पर खरा नहीं उतरता तो उसकी एनसीटीई से एफिलिएशन रद्द की जाएगी। बीएड कॉलेजों के लिए जो तय मानक हैं उनका पालन करना ही होगा।

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