‘मोदी, मोदी और मोदी’, जानें कैसा है NaMo TV जिसपर मचा हुआ हैं बवाल

नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव की सरगर्मी की बीच देश में इन दिनों जिसकी चर्चा है वह एक टीवी चैनल हैं, जिसपर विपक्ष और सत्तापक्ष आमने-सामने हैं।  वह है ‘नमो टीवी’, जो 31 मार्च को लॉन्च हुआ हैं। जब से ये चैनल आया है, तभी से इस बात पर विवाद है कि लोकसभा चुनाव के बीच इसे लॉन्च क्यों किया गया, क्या इसकी परमिशन ली गई और इस चैनल पर आता क्या हैं।  देखा जाये तो इन्हीं सवालों को जानने के लिए हमने इस चैनल को 12 घंटे तक देखा और समझने की कोशिश की हैं।

मोदी

कैसा है नमो टीवी –

बता दें की नमो टीवी’ देखने में पूरी तरह से एक न्यूज़ चैनल की तरह काम करता है। स्क्रीन के नीचे एक टिकर (पट्टी) है जिसपर लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के बारे में जानकारी और उनके भाषण की बड़ी बातें चल रही हैं. साथ ही एक छोटी-सी घड़ी चल रही है, जिसपर पीएम मोदी की रैली का काउंटडाउन शुरू होता है। जिससे दर्शक को पता लग सके कि अगला संबोधन कब है। साथ ही इस पर प्रधानमंत्री की लाइव रैली का प्रसारण और रिकॉर्डेड भाषण का प्रसारण लगातार होता रहता हैं।

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देखा जाये तो जैसा कि चैनल का नाम ही NAMO TV है, इसी तरह इसका कंटेंट भी है।  यानी सिर्फ और सिर्फ नरेंद्र मोदी, हमने जो 12 घंटे का टेलिकास्ट देखा उसमें अधिकतर समय टीवी पर सिर्फ नरेंद्र मोदी ही दिखे ।  फिर चाहे उनका लाइव भाषण हो, रिकॉर्डेड भाषण या फिर उनके चुनावी प्रचार के वीडियो हैं यानी इस चैनल को पूरी तरह से एक विज्ञापन वाला चैनल भी कहा जा सकता है, जिसपर भारतीय जनता पार्टी के चुनाव प्रचार की हर अपडेट दर्शकों को देखने को मिलती है।

ऐसा नहीं है कि चैनल पर सिर्फ चुनावी रैलियां ही दिखाई जाती हैं। इनके अलावा इस चैनल पर फिल्मों का भी प्रसारण होता है, जैसे नरेंद्र मोदी के ही जीवन पर बनी ‘चलो जीते हैं’ या फिर अक्षय कुमार की ‘पैडमैन’ फिल्म. साथ ही हेल्थ संबंधित मुद्दों को भी बताया जा रहा है, जैसे योगा सेशन को लाइव दिखाया गया हैं।  जहां इसमें नरेंद्र मोदी के डिजिटल लुक को तवज्जो दी गई है।

इस चैनल पर विवाद लॉन्चिंग के साथ ही शुरू हो गया था। 31 मार्च को चैनल लॉन्च हुआ जिसके बाद विपक्षी पार्टियों ने आरोप लगाया कि चुनाव के बीच इस तरह चैनल क्यों लॉन्च किया गया. जिसके बाद चुनाव आयोग ने भी इस पर सख्ती दिखाई और सूचना प्रसारण मंत्रालय को नोटिस भेजा गया हैं।

हालांकि, मंत्रालय ने अपने जवाब में कहा कि ये कोई न्यूज़ चैनल नहीं है सिर्फ विज्ञापन वाला चैनल है इसलिए चैनल लाइव करने के लिए उनकी अनुमति या फिर किसी लाइसेंस की जरूरत नहीं है।

इसके अलावा भी दर्शकों ने ट्विटर पर इस चैनल को लेकर सवाल उठाए हैं। क्योंकि कई DTH में चैनल खुद ही जुड़ गया और हटाने पर भी नहीं हट रहा है। एक ट्विटर यूजर को जवाब देते हुए TATA SKY ने कहा था कि ये एक न्यूज़ चैनल है, जिसे हटाया नहीं जा सकता है।  ये एक ऑफर की तरह है जिसे हर दर्शक को मुफ्त में दिया जा रहा है।

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