पीएम मोदी का गुरूर तोड़ने के लिए चीन ने चली चाल, कहा- इससे पहले भारत…

मोदी के नोटबीजिंग। एक बार फिर से चीन की ओर से पीएम मोदी के 500 और 1,000 रुपए के नोटों को बंद करने के फैसले पर प्रतिक्रिया आई है। आठ नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस फैसले के बाद चीन ने इसे बेकार उपाय बताया था। अब चीन ने प्रतिक्रिया देते हुए पीएम मोदी के नोट बंदी के फैसले को महंगा मजाक करार दिया है।

चीनी मीडिया के अनुसार पीएम मोदी का नोट बंदी वाला फैसला सिर्फ एक खराब, एक तरफा और ‘षड्यंत्र से भरा राजनीतिक मजाक’ है।

चीन के सरकारी समाचार पत्र ग्‍लोबल टाइम्‍स ने लिखा है कि अगर पीएम मोदी ने अपने वादों को पूरा नहीं किया तो यह सिर्फ एक महंगा मजाक साबित होगा।

मोदी के नोट बैन का फैसला बड़ा

ग्‍लोबल टाइम्‍स के मुताबिक “पीएम मोदी के नोट बैन का फैसला बड़ा है लेकिन अंत तक पहुंचाने के लिए काफी अक्‍ल की जरूरत होती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी ने वादों को पूरा नहीं किया तो फिर इसे सिर्फ एक मजाक ही माना जाएगा”।

ग्‍लोबल टाइम्‍स का मानना है कि भारत में भ्रष्‍टाचार और ब्‍लैक मनी को खत्‍म करना बहुत मुश्किल है। भारत में पहले भी बड़े नोटों को बंद कर चुका है। यह कोई आसान काम नहीं है। ग्‍लोबल टाइम्‍स की मानें तो बड़े नोटों को बंद करने से बीजेपी को फायदा जरूर हो सकता है।

चाइनीज एकेडमी ऑफ सोशल साइंस के नेशनल इंस्‍टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल स्‍ट्रैटेजी के एसोसिएट प्रोफेसर ल्‍यू जियाओएक्‍सयू ने इस अखबार में लिखा है कि मोदी के नोट बंदी के फैसले से जनता में काफी उम्‍मीदें जगी हैं। लोग इस मुहिम में पीएम मोदी के साथ हैं।

चीन की मीडिया ने वर्ष 2013 में उनके देश में राष्‍ट्रपति शी जिनपिंग की ओर से शुरू किए भ्रष्‍टाचार को रोकने के उपायों को सफल करार दिया है।

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