मेरठ : दलित समुदाय के लोगों ने किया एसपी आफिस में हंगामा

मेरठमेरठ । सामूहिक दुष्कर्म करने के आरोपियों को पुलिस चार दिन बाद भी जेल नहीं भेज पाई है। जिसके चलते आज सोमवार को 12 बजे दर्जनों दलित समाज के लोगों ने दबंगों के खिलाफ पुलिस कार्यालय पर प्रदर्शन किया। अधिकारियों ने पीडि़तों को महिला थाने पर भेज दिया, जहां पर घंटों तक दलित समाज के लोग प्रदर्शन करते रहे।

मेरठ पुलिस रही नाकाम

हंगामें की सूचना पर सीओ सिविल लाइन वीएस वीर कुमार और सीओ सदर देहात रण विजय सिंह महिला थाने पहुंचे और हंगामा कर रहे लोगों को समझाने का प्रयास किया। इस बीच ग्रामीणों की पुलिस अधिकारियों के साथ काफी नोंक-झोंक भी हुई। हालांकि उचित कार्रवाई का भरोसा देते हुए ग्रामीणों को बमुश्किल शांत किया गया। वहीं हंगामा कर रहे लोगों ने आरोप लगाया कि सपा के कद्दावर नेता के दबाव पर पुलिस आरोपियों को बचाने का प्रयास कर रही है।

थाना इंचौली क्षेत्र के गांव फिटकरी निवासी दर्जनों दलित समाज के लोग सोमवार को एसएसपी कार्यालय पहुंचे। उन्होंने आरोप लगाया कि 6 मई गांव निवासी मोहित गुर्जर पुत्र देवेन्द्र, अमरपाल उर्फ अमरे पुत्र रतिराम गुर्जर घर में घुसे और दलित समाज की नाबालिग किशोरी को बहला-फुसलाकर जंगल में एक ट्यूबवैल पर ले गए और सामूहिक दुष्कर्म किया।

मामले की जानकारी जब परिजनों को लगी तो आरोपियों ने उन्हीं के साथ मारपीट की और जाति सूचक शब्द कहते हुए जान से मारने की धमकी दी। इस मामले में दो दिन बाद पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की। पुलिस कार्यालय पहुंचे लोगों ने बताया कि पुलिस ने दो दिन से आरोपी युवक मोहित को हिरासत में ले रखा है, लेकिन उसे अभी तक जेल नहीं भेजा है।

वहीं दूसरा आरोपी अमरपाल उर्फ अमरे को पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया है। जिसके चलते आरोपी पक्ष के लोग पीडि़त पक्ष को जान से मारने की धमकी दे रहे है। इंचैली पुलिस की लेटलतीफी के कारण दलित समाज के लोगों में रोष है। जिसके चलते सोमवार सैकड़ों लोग पुलिस कार्यालय पर पहुंचे और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। पुलिस अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को महिला थाने भेज दिया, जहां पर घंटों तक हंगामा चलता रहा।

इस बीच हस्तिनापुर के पूर्व विधायक योगेश वर्मा अपने समर्थको के साथ महिला थाने पहुंचे। जहां पर उन्होंने अधिकारियों से वार्ता की और निष्पक्ष कार्रवाई की मांग रखी।

सपा नेता के दवाब में कार्रवाई कर रही पुलिस-

हंगामा कर रहे परिजनों ने बताया कि मुख्य आरोपी मोहित गुर्जर का बड़ा भाई सबरजीत सपा नेता अतुल प्रधान का ड्राईवर है। जिस कारण पुलिस आरोपी को जेल नहीं भेज रही है। पुलिस जान बूझकर लेट लतीफी कर रही है। घटना के चार दिन बाद भी किशोरी का मेडिकल नहीं कराया गया है।

परिजनों संग घर जाने को तैयार नहीं हुई लड़की हंगामा की सूचना पर सीओ सदर देहात रण विजय सिंह और सीओ सिविल लाइन जब महिला थाने पहुंचे तो परिजनों ने उनसे किशोरी से मिलने की बात कही।

जिस पर किशोरी के पांच परिजनों को किशोरी से अपनी मौजूदगी में मिलवाया, लेकिन किशोरी ने परिजनों के साथ जाने से साफ इनकार कर दिया। जिसके बाद परिजन भी किशोरी को नारी निकेतन भेजने के लिए राजी हो गए।

कागजों के आधार पर किशोरी की उम्र महज 14 वर्ष-

सीओ सदर देहात ने जब परिजनों के समक्ष कहा कि किशोरी अपने आप को बालिग बता रही है तो परिजन बिफर पड़े। उन्होंने किशोरी की मार्क शीट व जन्म प्रमाण पत्र दिखाया। जिसमें किशोरी की उम्र महज 14 वर्ष थी। लोगों का कहना था कि पुलिस आरोपियों को बचाने का प्रयास कर रही है।

इस मामले में सीओ सदर देहात रण विजय सिंह का कहना है कि इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। किशोरी का मेडिकल कराया जाएगा और मजिस्‍ट्रेट के समक्ष बयान दिलाए जायेंगे। उसके आधार पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।

प्रस्‍तुति- आदेश कुमार

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