मुस्लिम पर्सनल लॉ की बैठक पर सबकी निगाहें, राम मंदिर आ सकता है बड़ा फैसला

रिपोर्ट- अर्सलान समदी

लखनऊ। पिछले कुछ दिनों से लगातार राम मंदिर निर्माण को लेकर जगह-जगह कई सभाएं देखने को मिली हैं तो वहीं अब 16 दिसंबर को लखनऊ के नदवा कॉलेज में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की अहम बैठक पर भी सबकी निगाहें लगी हैं। क्योंकि माना जा रहा है कि बोर्ड की बैठक में दारुल कजा तीन तलाक और तमाम मुसलमानों के मसले मसाइल के साथ बाबरी मस्जिद पर भी अहम बातचीत होगी।

ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के जिम्मेदार 16 दिसंबर को होने वाली बैठक को रूटीन बैठक बता चुके हैं। लेकिन देश के मौजूदा हालात और अयोध्या मसले पर सियासत के चलते बोर्ड में अयोध्या मसले पर तफसील से बातचीत हो सकती है।

वहीं देश में लगातार कुछ हिंदू संघटनों की ओर से राम मंदिर निर्माण को लेकर बराबर मांग उठ रही है। सरकार मंदिर को बनाने पर जोर दिया जा रहा है। हालांकि मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना सैफ अब्बास इसको सियासत बताते हुए कहते हैं कि साढ़े 4 साल तक मंदिर निर्माण की कोई बात नहीं की गई लेकिन अब सियासत के तहत मंदिर के निर्माण की बातें तेज होती दिख रही हैं। लेकिन जनता इन सब से ऊपर उठकर विकास के मुद्दे पर वोट करेगी।

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तो वहीं इस मसले पर दारुल उलूम फिरंगी महल के प्रवक्ता मौलाना सुफियान निजामी का कहना है कि अयोध्या मसले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में जारी है।

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लिहाजा इस पर किसी भी तरह की सियासत किया जाना कहीं से बेहतर नहीं है। अयोध्या मसले के दोनों पक्षकार इस फैसले पर राजी हैं कि जो भी फैसला कोर्ट करेगा वह माना जाएगा तो फिर इस मसले को लेकर बार-बार बयानबाजीयां पूरी तरह से गलत है।

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