भारत के खिलाफ दस लाख आतंकी तैयार करना चाहता था ये मुस्लिम धर्मगुरू!

मुस्लिम धर्मगुरुनई दिल्ली। मुस्लिम धर्मगुरु जाकिर नाइक ने अपने ऊपर लगे आरोपों को गलत बताया है। उन्होंने कहा, “ये आरोप गलत हैं कि कुछ शरारती तत्व जो आतंकी ग्रुप से जुड़े हैं वे मेरे भाषण से प्रभावित हुए हैं। अगर मैं आतंक को बढ़ावा दे रहा होता तो क्या लाखों आतंकी नहीं बना देता।

नाइक के मुताबिक लाखों समर्थकों में से कुछ समाज विरोधी हो सकते हैं जो हिंसा करते हैं। लेकिन वे उस संदेश को नहीं अपनाते, जो मैंने दिया है। अगर कोई हिंसा का रास्ता अपनाता है तो वह मुसलमान नहीं है। उसे मेरा समर्थन नहीं मिलेगा।

इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (आईआरएफ) पर बैन के सवाल पर जाकिर ने कहा, “फाउंडेशन से मिले फंड का गलत उपयोग नहीं किया। आईआरएफ को बीते छह साल में करीब 47 करोड़ मिले हैं। इसका भी रिटर्न भरा गया है। ऐसे में बैन की वजह राजनीतिक है।

अपनी हिन्‍दुस्‍तान वापसी पर नाइक का कहना है कि  मैंने एनआईए को मदद के लिए कई बार पेशकश की। लेकिन उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं मिला।

मालूम हो कि जाकिर नाइक की संस्‍था आईआरएफ पर आरोप हैं उसे विदेशों से मिले चंदे का इस्‍तेमाल आतंकवाद फैलाने व अन्‍य देशद्रोही घटनाओं को बढ़ावा देने के लिए करता है ।

मुंबई के चार स्टूडेंट्स जब आईएस में शामिल होने गए थे तब भी यह बात सामने आई थी कि वे जाकिर नाइक को फॉलो करते थे।

आरोपों में घिरने के बाद गृह मंत्रालय ने आईआरएफ को मिलने वाले चंदे के सोर्स का पता लगाने की  जांच करवाने का फैसला किया था।

इसके बाद केंद्र सरकार और महाराष्ट्र सरकार ने जाकिर नाइक की स्पीच की सीडी की जांच के ऑर्डर दिए थे।

जांच के बाद जाकिर के एनजीओ पर पांच साल का बैन लगा दिया गया था। उसे विदेश से मिलने वाले चंदे पर भी रोक लगा दी गई थी।

ढाका में आतंकी हमले के बाद आया चर्चा में…

जाकिर नाइक जुलाई में बांग्लादेश के ढाका में हुए आतंकी हमले के दौरान चर्चा में आया था। तब एक आतंकी ने उसके भड़काऊ भाषणों का हवाला दिया था।

इसके बाद बांग्लादेश और भारत में जाकिर के खिलाफ जांच शुरू हुई। जाकिर नाइक इस वक्त मलेशिया में रह रहा है।

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