शिवराज को भी उद्योगपतियों से मिले 10 करोड़

भोपाल। कांग्रेस की मध्यप्रदेश इकाई ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा आयकर विभाग की रिपोर्ट के आधार पर सार्वजनिक किए गए दस्तावेजों के आधार पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर आरोप लगाया है कि उनके दफ्तर को भी उद्योगपतियों से वर्ष 2013 में 10 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता के.के. मिश्रा ने शुक्रवार को संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा, “उन्हें उम्मीद है कि राज्य के मुख्यमंत्री चौहान ईमानदार हैं, मगर केजरीवाल ने उद्योगपतियों के यहां आयकर विभाग द्वारा मारे गए छापों के दौरान मिले दस्तावेजों में से कुछ दस्तावेज सार्वजनिक करके खुलासा किया है कि मुख्यमंत्री चौहान के कार्यालय को दो किस्तों में 10 करोड़ रुपये दिए गए हैं।”

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान

मिश्रा का कहना है कि मुख्यमंत्री और उनके कार्यालय को केजरीवाल के आरोपों और जारी किए गए दस्तावेजों का जवाब देना चाहिए। ज्ञात हो कि केजरीवाल ने वर्तमान प्रधानमंत्री और गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी उद्योगपतियों से रिश्वत लेने का आरोप लगाया था।

उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश ऐसा राज्य है, जहां की विधानसभा ने 2011 में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक विधेयक पारित किया था, जिसका कांग्रेस ने भी समर्थन किया था। आज राज्य के मुख्यमंत्री के कार्यालय पर उद्योगपतियों से 10 करोड़ रुपये लेने का आरोप लगा है, इससे प्रदेश की प्रतिष्ठा पर आंच आई है। ऐसे में भाजपा नेता मुख्यमंत्री का धर्म है कि वह अपना पक्ष सार्वजनिक तौर पर रखें और साबित करें कि ईमानदार हैं।

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