गले की फांस बने कश्मीर मुद्दे पर पीएम मोदी को मिली संजीवनी, चुटकियों में सुलझ जाएगी समस्या

मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्तीश्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में बार-बार विरोध प्रदर्शन और पत्थरबाजी की घटना होती रहती हैं जिसको रोकने में राज्य और केंद्र सरकार दोनों की कोशिश नाकाफी रही है. इस बीच मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने राज्य को हिंसा से निकालने के लिए बातचीत की वकालत की है.

मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती का बयान

सीएम मुफ्ती ने राज्य विधानसभा में कहा,  अतीत में जो कुछ हुआ वह पुरानी बात हो गई,  अब जम्मू कश्मीर के हालात को सुधारने का रास्ता बातचीत से ही निकलेगा. सीएम महबूबा मुफ्ती ने चरमपंथियों और प्रदर्शनकारियों से हथियार छोड़कर बातचीत की मेज पर आने की अपील की है.

उन्होंने कहा कि, ‘बातचीत ही किसी शिकायत को दूर करने का एकमात्र रास्ता है. बंदूकों और हिंसा से समस्या नहीं सुलझती.’ उन्होंने ने कहा कि, जब तक एक साथ बैठेंगे नहीं, मुद्दों पर बात नहीं करेंगे, तब तक मसले नहीं सुलझाए जा सकते। साथ ही उन्होंने कहा कि ‘बहुत से लोग स्टेट टेररिज्म की बात करते हैं, लेकिन ऐसा तब होता था जब गांव में एनकाउंटर होता था, तो पूरे के पूरे गांव खाली हो जाते थे। लोग डर के मारे भाग खड़े होते थे, लेकिन आज एनकाउंटर होते हैं तो 12 साल के जवान 14 साल के लड़के एनकाउंटर करने वालों पर पत्थर फेंकने लगते है’.

बता दें कि, इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी समेत पक्ष-विपक्ष के कई बड़े नेता इस मुद्दे के खात्मे के लिए बातचीत को प्रमुख तरीका बताते रहे हैं. ऐसे में कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा का यह बयान आने वाले समय में कश्मीर की सूरत बदले का एक अच्छा तरीका हो सकता है.

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