ढाई घंटे चले ऑपरेशन के बाद मिली मिर्गी से निजात

मिर्गीलखनऊ। डॉक्टर राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के न्यूरो सर्जरी विभाग के डॉक्टरों ने मिर्गी के दौरे से पीड़ित महिला को बीमारी से निजात दिलाने में कामयाबी हासिल की है। ढाई घंटे चले ऑपरेशन में डॉक्टरों ने मरीज को मिर्गी के दौरों से मुक्ति दिलाई है। डॉक्टरों का कहना है कि मरीज पूरी तरह से स्वस्थ है।

हरदोई निवासी 60 वर्षीय वसुधा बीते आठ महीने से दौरे आने की परेशानी से जूझ रही थी। परिवारीजनों ने कानपुर के कई डॉक्टरों का दिखाया। बावजूद इसके झटके आने की समस्या कम नहीं हुई। परेशान परिवारीजनों ने लखनऊ में भी कई बड़े सरकारी अस्पतालों में इलाज कराया पर फायदा नहीं हुआ। हालत यह थी कि मरीज को एक-एक घंटे में 30-40 दौरे पड़ते थे, जिससे वह पस्त हो चुकी थीं। परिवारीजनों ने के न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट में दिखाया।

यहां डॉ.दिनकर कुलश्रेष्ठ ने महिला को देखने केबाद मरीज को न्यूरोसर्जरी डिपार्टमेंट रेफर किया। न्यूरोसर्जन डॉ.राकेश कुमार सिंह ने बताया कि वसुधा के मस्तिष्क के राइट साइड में एक मांस का टुकड़ा नजर आ रहा था। डॉ.राकेश ने बताया 30 से 40 बार दौरे आने की वजह से महिला बेहोशी की हालत में पहुंच गई थी।

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ब्रेन मैपिंग से खींचा ऑपरेशन का खाका

मरीज की ब्रेन मैपिंग कराई गई। न्यूरोसर्जरी विभाग के अध्यक्ष डॉक्टर दीपक सिंह ने बताया कि जब सिर में राइट साइड में गांठ होती है तो शरीर के बाईं तरफ के हिस्से में झटके की समस्या आती है। उन्होंने बताया कि तीन सेंटीमीटर का सुराख कर ऑपरेशन किया गया। अब महिला पूरे होश में है। ऑपरेशन पर कुल 50 हजार रुपये खर्च हुए हैं, जबकि किसी प्राइवेट संस्थान में इस ऑपरेशन पर आठ से 10 लाख रुपये का खर्च आता।

अगले सप्ताह से काम करेगी एमआरआइ मशीन

डॉ.राम मनोहर की एमआरआइ मशीन ठीक हो गयी है। मशीन में हीलियम गैस भरवा ली गई है, मशीन अगले सप्ताह से काम करना शुरू कर देगी। मशीन में गत शनिवार को मंत्री सत्यदेव पचौरी के गार्ड की पिस्टल चिपक गई थी, जिसकी वजह से मशीन खराब हो गई थी और तब से एमआरआइ के लिए मरीज परेशान हो रहे थे। चिकित्सा अधीक्षक डॉ.सुब्रत चंद्रा ने बताया कि मशीन में गैस की फिलिंग करवा ली गई है। अगले सप्ताह से यह शुरू हो जाएगी।

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