महोबा में पानी के अभाव में स्थानीय लोग परेशान, खेती में हो रही परेशानी

 REPORT- DILIP BAJPAI

महोबा। एक तरफ जहाँ पानी के अभाव में खेत सूखे पड़े हुए हैं और कई जगह लोग पीने के लिए के बूँद बूँद पानी को तरस रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर महोबा में पानी की किस कदर बर्बादी हो रही है ये तस्वीरें खुद ही बयां कर रहीं हैं|

महोबा

सैकड़ों एकड़ खेत जलमग्न हो गए हैं और फसलें बर्बाद हो चुकीं हैं सरकार द्वारा जल संरक्षण के लिए बड़े बड़े अभियान चलाने के बावजूद न तो इन किसानों की सुध लेने वाला कोई है और न ही पानी की बर्बादी रोकने का प्रयास करने वाला।

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अंधेर तो यह है कि नहर सालों से टूटी हुई है लेकिन निर्माण कार्यो में लाखों करोड़ों खर्च करने वाले प्रशासनिक जिम्मेवारों के पास नहर की मरम्मत कराने का बजट नहीं है |

जी हां, हम बात कर रहे हैं पनवाड़ी विकासखंड के लौलारा गाँव की जहाँ लहचूरा बाँध से नहर निकली हुई है , कहने को तो ये नहर खेतों की सिचाई के लिए बनवाई गई थी लेकिन नहर टूटने से फसलें बर्बाद हो गईं और सैकड़ों एकड़ खेत जलमग्न हो गए अगर ये कहें कि अब यही नहर अन्नदाताओं को तबाह कर रही है तो अतिश्योक्ति नहीं होगी।

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क्योंकि बीते कई सालों से ये नहर टूटी हुई है लेकिन लचर हो चुके सरकारी सिस्टम की लापरवाही व भ्रष्ट नीति का ही परिणाम है कि आज तक इस नहर की मरम्मत नहीं कराई गई , जिसका खामियाजा यहाँ के गरीब किसान भोग रहे हैं | खेत हों या सड़क या फिर गाँव सभी जगह पानी ही पानी दिखाई दे रहा है , यहाँ तक कि बैंक शाखा में भी पानी भरा हुआ है |

किसानों का कहना है कि कई बार शिकायतें कीं गईं अधिकारियों को अवगत कराया गया लेकिन किसी ने भी हमारी सुध लेना जरूरी नहीं समझा |

वहीं जिलाधिकारी अवधेश कुमार तिवारी ने बताया कि नहर टूटने की जानकारी मिली है एसडीएम और एक्सईएन से कहकर उसको ठीक करवाया जा रहा है |

 

 

 

 

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