मलेरिया के लक्षण और निदान

download (36)मेरठ : मलेरिया एनाफ्लीज मच्छर के काटने से फैलता है, एनाफ्लीज मच्छर बरसात के रूके हुए साफ पानी में प्रजनन करता है, मलेरिया से अपने व अपने परिवार को बचाने के लिए आवश्यक कदम उठाकर व कुछ सावधानियां बरतकर हम मलेरिया के प्रकोप से बच सकते हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. रमेश चन्द्रा ने जनपदवासियों को मलेरिया से बचाव के उपाय दिये हैं तथा बताया कि मलेरिया के परजीवी की जांच एवं उपचार की निशुल्क व्यवस्था जिला चिकित्सालय, मेडिकल कालेज व सभी सरकारी चिकित्सालयों में उपलब्ध है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. रमेश चन्द्रा ने बताया कि जब मच्छर अस्वस्थ व्यक्ति को काटता है तो वह मलेरिया परजीवी के द्वारा संक्रमित हो जाता है और जब संक्रमित मच्छर स्वस्थ व्यक्ति को काटता है तो परजीवी द्वारा स्वस्थ मनुष्य को संक्रमित कर देता है। क्योंकि एनाफ्लीज मच्छर बरसात के रूके साफ पानी में प्रजनन करता है। उन्होंने बताया कि मलेरिया में सामान्यतरू एक दो या तीन के अन्तराल पर ठंड व कपकपी के साथ तेज बुखार व बदन में दर्द होता है और तेज पसीने के साथ बुखार उतर जाता है। मलेरिया के सही उपचार के लिये आवश्यक है कि बुखार आने पर तत्काल मलेरिया परजीवी के लिए खून की जांच करायें तथा धनात्मक घोषित होने पर निर्धारित पूर्ण उपचार लें।

उन्होंने कहा कि मलेरिया से बचाव के लिए मच्छरों के द्वारा काटे जाने से बचना आवश्यक है इसके लिए घरों मे व आसपास स्वच्छ पानी एकत्र न होने दें। कूलर व पानी की टंकियों को सप्ताह में एक बार खाली कर सुखाकर पुनरू प्रयोग करें तथा घरों के दरवाजों व खिड़कियों पर महीन जाली का प्रयोग करें, पीने के पानी को एकत्र करने वाले बरतनों को ढककर रखें, रात में सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें, पूरी बाजू के कपड़े पहने, बच्चों को मच्छरदानी में ही सुलायें ।
संवाददाता :- अक्षय कुमार

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