मंदिर निर्माण पर नारा लगाना बीजेपी नेता को पड़ा भारी, लोगों ने कर दिया ये हाल

अहमदाबाद। 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले ही राम मंदिर का मुद्दा गरम होता जा रहा है। एक सप्ताह पहले इसका एक उदाहरण भी देखने को मिला था, जब गुजरात के वडोदरा स्थित याकूतपुरा की एक मस्जिद के दरवाजे पर बोर्ड लगाकर बीजेपी अल्पसंख्यक नेता जाहिर कुरैशी ने प्रवेश को प्रतिबंधित कर दिया था। वहीं अब इस नेता पर शहर के जिला कुरैशी जमात पंच (मुस्लिम कसाइयों का संगठन) ने एक्शन लेते हुए कुरैशी का सामाजिक बहिष्कार करने का फरमान सुनाया है। बता दें कि जाहिर दिवंगत नेता गनी कुरैशी के बेटे हैं, जो गुजरात मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (MRM) के प्रमुख थे।

 

मंदिर निर्माण को लेकर नारा लगाने पर सामाजिक बहिष्कार

दरअसल, जाहिर कुरैशी पर आरोप है कि वह ‘मंदिर वहीं बनाएंगे’ का नारा लगाते हुए एक भीड़ के साथ नजर आए थे। समुदाय के नेताओं ने इसे विश्वासघात करार दिया और कथित तौर पर शहर के अन्य मस्जिदों में जाहिर के प्रवेश पर बैन लगा दिया और उनका सामाजिक बहिष्कार कर दिया। अहमदाबाद के एक व्यापारी उस्मान कुरैशी ने कहा, ‘यह परिवार समुदाय के खिलाफ जाने के लिए मशहूर है। अयोध्या में विवादित स्थल पर मंदिर बनाने की वकालत करके और ऐसी प्रतिज्ञा लेने के बाद इस शख्स को समाज से बाहर कर दिया गया है।’

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दूसरी ओर, जाहिर कुरैशी ने कहा, ‘कुछ समाज विरोधी तत्व हैं। वे नहीं चाहते कि देश में शांति कायम हो और माहौल बेहतर हो। ऐसा इसलिए क्योंकि मैं बीजेपी के साथ हूं।’ इससे पहले मस्जिद की एंट्री पर बैन लगने की खबरें आने के बाद कुरैशी ने कहा था कि वह राम मंदिर मसले का शांतिपूर्ण हल चाहते हैं, इसलिए नेताओं से मिलने दिल्ली गए थे। उनका कहना है कि उनकी इस मुलाकात को लेकर कुछ लोगों में गुस्सा था।

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कुरैशी के सामाजिक बहिष्कार को लेकर मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय संयोजक ने कहा, ‘वह खुद मंदिर नहीं बनाना चाहते, बल्कि वह मंदिर निर्माण के लिए लोगों का समर्थन जुटाना चाहते हैं। मैंने उन्हें सलाह दी है कि अपनी योजना में आगे बढ़ने से पहले वह अपने समुदाय के नेताओं को मनाएं।’

https://youtu.be/52TEkF-KsTY

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